23 साल के अभिषेक कुशवाहा ने दादा जी के लिए बनाई खास छड़ी
आठ प्रकार की खूबियों से लैस है अभिषेक की डिजिटल स्टीक
कुशीनगर (राष्ट्र की परम्परा)। पैरालिसिस के कारण 62 वर्षीय दादा जी को चलने-फिरने में दिक्कत हुई तो 16 साल का अभिषेक उनके सफर का साथी बन गया। वह अपने दादा जी की समस्याओं को देखते हुए एक ऐसे आविष्कार में लग गया जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। कई वर्षों की मेहनत के बाद अभिषेक ने एक ऐसी स्टीक बनाई जिसे थामने के बाद दादा जी को किसी के मदद की जरूरत नहीं पड़ी। यह स्टिक आठ तरह की डिजिटल खूबियों से लैस थी। आज उस स्टिक की बनावट और खूबियों को देखते हुए भारत सरकार ने उस बच्चे को पेटेंट प्रमाण पत्र दे दिया है।
एक सफल स्टार्टअप को चला रहे अभिषेक इस वक्त अबॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक हैं। कुशीनगर जिले के रामकरन पट्टी गांव निवासी अभिषेक अब 23 वर्ष के हो गए हैं। बचपन से ही इंजीनियरिंग की समझ रखने और कुछ नया करने की सोच वाले अभिषेक इस वक्त 30 तरह के विशेष उपकरण बनाने में लगे हैं। लेकिन वर्ष 2017 में जब इनके दादा ध्रुप कुशवाहा को पैरालिसिस का अटैक आया तो वह घुमने-फिरने में पूरी तरह अस्वस्थ हो गए। उन्हें आंखों से भी कम दिखाई पड़ता था। ऐसे में अभिषेक ही उनके लिए बुढ़ापे की लाठी थे। साथ रहकर उन्होंने दादा जी की परेशानियों का अनुभव किया और ऐसा डिजिटल स्टिक तैयार किया जिसके बाद दादा जी बिना किसी मदद के रात में भी घूम आते थे। उनका मनोरंजन भी उसी स्टिक से हो जाता था।
जागृति के साथ से बिज़नेस को देंगे रफ्तार
अभिषेक कुशवाहा बताते हैं कि मैं जागृति के संस्थापक शशांक मणि जी के सोच और मिशन से काफी प्रभावित रहता हूं। मेरे पास उत्पाद बनाने का आइडिया तो था लेकिन उसे बाजार तक पहुंचाने और उसके लिए पूंजी जुटाने में असमर्थ था। सितंबर 2023 में मैं जागृति से जुड़ा। उसके बाद से जागृति मुझे हर कदम पर सहयोग दे रही है। जागृति से मुझे मार्गदर्शन, मार्केट कनेक्ट, मार्केटिंग, नेटवर्किंग में भी मदद मिली। दो माह पहले मुझे एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दिलाई। फिलहाल मैं अपने बीएसई के सहपाठी कंपनी के सह संस्थापक मोहम्मद कैफ के साथ आईटीआई, पॉलीटेक्निक व अन्य कॉलेजों में साइंस व इंजीनियरिंग प्रयोगशाला निर्माण का कार्य कर रहा हूं।
इन खूबियों से लैस है अभिषेक की डिजिटल स्टिक
स्टिक में लगी है इमरजेंसी लाइट
लाइट के लिए पॉवर बैंक की सुविधा
समय देखने के लिए वॉच सिस्टम
एसडी कार्ड म्यूजिक सिस्टम से लैस
प्रजेंट इंडिकेशन लाइट की सुविधा
सड़क पर चलने के लिए बेल सिस्टम
बैट्री के लिए चार्जिंग सिस्टम
पांच बड़े अवार्ड से सम्मानित हैं अभिषेक
23 वर्ष की छोटी सी उम्र में अभिषेक ने देश से लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर के मंचों पर अपनी छाप छोड़ी है। जल संचयन, डिजिटल स्टिक से लेकर अन्य तरह के प्रोजेक्ट के कारण विज्ञान प्रदर्शनियों में अभिषेक को अग्रणी स्थान मिला है। इन्हें अबतक दो दर्जन से अधिक जगहों पर सम्मानित किया गया है। जिसमें भारत गौरव सम्मान, किशोर वैज्ञानिक सम्मान, नेशनल चाइल्ड साइंटिस्ट अवार्ड, 105वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस अवार्ड, नेशनल एजुकेशन सोसाइटी अवार्ड प्रमुख रूप से शामिल हैं।
क्या है पेटेंट
पेटेंट एक प्रकार का अधिकार है जो किसी व्यक्ति या संस्था को तकनीक, उत्पाद या डिज़ाइन के लिए प्रदान किया जाता है ताकि कोई उनकी नक़ल करके दूसरा उत्पाद तैयार न कर सके। व्यक्ति या संस्था किसी उत्पाद को खोजती या बनाती है तो उस उत्पाद को बनाने का एकाधिकार प्राप्त कर लेती है। पेटेंट धारक के अलावा दूसरा व्यक्ति या संस्था इसी उत्पाद को बनाती है तो यह गैरकानूनी होगा। पेटेंट धारक की ओर से उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पर पेटेंट का उल्लंघन करने वाला कानूनी पचड़े में पड़ जायेगा। कोई इस उत्पाद को बनाना चाहता है तो उसे पेटेंट धारक व्यक्ति या संस्था से इसकी अनुमति लेनी होगी और रॉयल्टी देनी होगी।
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