July 8, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

दीपक तुम्हारे नाम का जलाकर खुद का दिल अबकी फिर से बहलाऊंगा मैं : अर्चित पाठक

अखिल भारतीय साहित्य परिषद ने अन्नकूट पर आयोजित किया कवि सम्मेलन

बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। प्रतिवर्ष की तरह स्थानीय जानकी मन्दिर हमजापुरा में मन्दिर र के संरक्षक विक्रम जायसवाल ने अन्नकूट के शुभ पर्व पर भंडारे का आयोजन किया, तथा महर्षि बाल्मीकि जयंती को अखिल भारतीय साहित्य परिषद् का स्थापना दिवस होता है उसे भी इस वर्ष इसी अवसर पर मनाया गया।
इन्हीं कार्यक्रमों के साथ परिषद् के नगर इकाई का गठन हुआ जिसमें राकेश कुमार रस्तोगी, विवेकी एवं विमलेश कुमार जायसवाल ,विमल को संरक्षक, सुभाषित श्रीवास्तव अकिंचन को अध्यक्ष, सुश्री रूचि मटरेजा को उपाध्यक्ष, वीरेश कुमार पांडेय को महामंत्री, अनुष्का अनघ को मंत्री, सदभव श्रीवास्तव को संयुक्त मंत्री, धनञ्जय कुमार शर्मा को कोषाध्यक्ष, अमर सिंह विसेन एवं पुण्डरीक पांडेय को मीडिया प्रभारी चुना गया।
सभी पदाधिकारियों ने पद की शपथ ली चुनाव अधिकारी दिल्ली विश्वविद्यालय में आंग्ल भाषा के प्रोफ़ेसर डॉ वेदमित्र शुक्ल के नियंत्रण में चुनाव संपन्न हुए,भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष तथा विधान परिषद सदस्य पद्मसेन चौधरी, पूर्व सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, सदर बिधायक अनुपमा जायसवाल, जिलाध्यक्ष बृजेश पांडेय, सांसद सदर अक्षयवर लाल गौड़ तथा बिधायक सुभाष त्रिपाठी की गरिमामयी उपस्थित में ये कार्यक्रम संपन्न हुआ, सम्मेलन का पुण्डरवि गुलशन ने अपने गीत को गाते हुए कहा फिर से कलियुग में राम आ जाओ, आपकी अब बहुत जरूरत है।गोपाल शुक्ल ने लोगों को मुग्ध किया प्रसाद श्रीवास्तव, हजारी लाल कश्यप ,लाल अयोध्या प्रसाद ,नवीन आदि कवियों ने भी अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
इस अवसर पर आयुष जायसवाल, कैलाश नाथ डालमिया, मंजुला पाठक, उमाशंकर जायसवाल, दिलीप जायसवाल, हरी बहादुर सिंह, श्रवण द्विवेदी, छोटे लाल गुप्ता, राजेंद्र प्रसाद अवस्थी, छेदन लाल विश्वकर्मा, अनिल कुमार शर्मा, मनोज शर्मा बबलू, उत्तम नारायण, राधे श्याम, प्रकाश नारायण, प्रमेन्द्र पांडेय, राम गोपाल चौधरी आदि उपस्थित रहे।