18 दिसंबर: इतिहास की वह तारीख जिसने युद्ध, विज्ञान और विश्व राजनीति की दिशा बदल दी
इतिहास केवल अतीत की स्मृतियों का संग्रह नहीं, बल्कि वर्तमान और भविष्य को दिशा देने वाला जीवंत दस्तावेज़ है। 18 दिसंबर ऐसी ही एक ऐतिहासिक तारीख है, जिस दिन विश्व ने युद्ध, कूटनीति, विज्ञान, अंतरिक्ष, खेल और शासन व्यवस्था से जुड़े अनेक निर्णायक क्षणों को साक्षात घटित होते देखा। आइए जानते हैं 18 दिसंबर की महत्वपूर्ण घटनाएँ, जिनका प्रभाव आज भी वैश्विक स्तर पर महसूस किया जाता है।
2014 – भारत का सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 सफलतापूर्वक प्रक्षेपित
18 दिसंबर 2014 को भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में ऐतिहासिक छलांग लगाई। इस दिन इसरो ने जीएसएलवी मार्क-3 का सफल प्रक्षेपण किया, जो उस समय तक का भारत का सबसे भारी रॉकेट था। यह मिशन भविष्य में मानव अंतरिक्ष उड़ान (गगनयान) के लिए आधारशिला बना। इस सफलता ने भारत को विश्व के अग्रणी अंतरिक्ष देशों की कतार में ला खड़ा किया।
2017 – राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में भारत का अभूतपूर्व प्रदर्शन
2017 में आयोजित राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में भारत ने खेल इतिहास रच दिया। भारतीय पहलवानों ने 30 में से 29 स्वर्ण पदक जीतकर अपना दबदबा साबित किया। यह उपलब्धि न केवल खेल प्रतिभा का प्रमाण बनी, बल्कि देश में कुश्ती को नई पहचान और युवाओं को प्रेरणा देने वाली साबित हुई।
2015 – ब्रिटेन की अंतिम कोयला खदान का बंद होना
18 दिसंबर 2015 को ब्रिटेन की केलिंगले कोलियरी बंद कर दी गई, जिससे वहां के कोयला खनन युग का अंत हो गया। यह घटना औद्योगिक क्रांति के एक युग के समाप्त होने का प्रतीक बनी। साथ ही, यह पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ते वैश्विक रुझान को भी दर्शाती है।
2008 – ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण
भारत ने 18 दिसंबर 2008 को ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण कर अपनी रक्षा क्षमता को और मजबूत किया। यह विश्व की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है। इस उपलब्धि ने भारत को आधुनिक सैन्य तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।
2007 – जापान का इंटरसेप्टर मिसाइल परीक्षण
इस दिन जापान ने अपनी सुरक्षा तैयारियों को सुदृढ़ करते हुए इंटरसेप्टर मिसाइल का परीक्षण किया। यह परीक्षण एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते सुरक्षा खतरों के बीच जापान की रणनीतिक सोच और तकनीकी प्रगति को दर्शाता है।
2006 – मलेशिया में विनाशकारी बाढ़
18 दिसंबर 2006 को मलेशिया में आई भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई। इस प्राकृतिक आपदा में कम से कम 118 लोगों की मृत्यु हुई और चार लाख से अधिक लोग बेघर हो गए। यह घटना जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधन की वैश्विक चुनौती को उजागर करती है।
2006 – संयुक्त अरब अमीरात में पहली बार चुनाव
इसी वर्ष 18 दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात में पहली बार चुनाव आयोजित किए गए। यह कदम खाड़ी देशों में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल माना गया, जिसने राजनीतिक भागीदारी को नया आयाम दिया।
2005 – भूटान के राजा द्वारा गद्दी छोड़ने की घोषणा
भूटान के नरेश जिग्मे सिंग्मे वांगचुक ने 18 दिसंबर 2005 को 2008 में गद्दी त्यागने की घोषणा की। यह निर्णय दक्षिण एशिया में लोकतांत्रिक संक्रमण का दुर्लभ उदाहरण बना, जहां एक राजा ने स्वेच्छा से सत्ता जनता को सौंपने का मार्ग चुना।
2002 – सिपिदान और लिगितान द्वीपों पर मलेशिया का अधिकार
हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने 18 दिसंबर 2002 को दिए फैसले में सिपिदान और लिगितान द्वीपों पर मलेशिया के अधिकार की पुष्टि की। यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सीमा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का महत्वपूर्ण उदाहरण बना।
1999 – श्रीलंका की राष्ट्रपति पर आत्मघाती हमला
18 दिसंबर 1999 को श्रीलंका की राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा पर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में 25 लोगों की मृत्यु और 100 से अधिक घायल हुए। यह घटना श्रीलंका के गृहयुद्ध और आतंकवाद की भयावहता को दर्शाती है।
1997 – भारत-अमेरिका अंतरिक्ष सहयोग संधि
इस दिन भारत और अमेरिका के बीच अंतरिक्ष अनुसंधान सहयोग के लिए वाशिंगटन संधि संपन्न हुई। यह समझौता दोनों देशों के वैज्ञानिक संबंधों को मजबूत करने और भविष्य की अंतरिक्ष परियोजनाओं के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।
1995 – पुरुलिया हथियार कांड
18 दिसंबर 1995 को एक अज्ञात विमान ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में हथियार गिराए। यह घटना भारत के सुरक्षा इतिहास में एक रहस्यमयी और गंभीर प्रकरण के रूप में दर्ज है, जिसकी गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर तक सुनाई दी।
1989 – सचिन तेंदुलकर का पहला वनडे मैच
क्रिकेट प्रेमियों के लिए 18 दिसंबर बेहद खास है। इसी दिन सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। यहीं से क्रिकेट इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक की वनडे यात्रा शुरू हुई।
1973 – इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक की स्थापना
18 दिसंबर 1973 को इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक की स्थापना की गई। यह संस्था इस्लामिक देशों के आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति और सहयोग को बढ़ावा देने में आज भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
1960 – राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली का शुभारंभ
भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के उद्देश्य से 18 दिसंबर 1960 को राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली का उद्घाटन हुआ। यह संग्रहालय आज भारतीय इतिहास, कला और सभ्यता का जीवंत दस्तावेज़ है।
1878 – अल-थानी परिवार का कतर पर शासन
18 दिसंबर 1878 को अल-थानी परिवार कतर पर शासन करने वाला पहला शासक परिवार बना। यह दिन आधुनिक कतर राज्य की नींव रखने वाला ऐतिहासिक क्षण माना जाता है।
1833 – रूस का राष्ट्रीय गान पहली बार गाया गया
इस दिन रूस का राष्ट्रीय गान ‘गॉड सेव द जार’ पहली बार सार्वजनिक रूप से गाया गया। यह घटना रूसी साम्राज्य की सांस्कृतिक और राजनीतिक पहचान को मजबूत करने वाली थी।
1787 – अमेरिकी संविधान को न्यू जर्सी की स्वीकृति
18 दिसंबर 1787 को न्यू जर्सी अमेरिकी संविधान को स्वीकार करने वाला तीसरा राज्य बना। यह कदम आधुनिक अमेरिकी लोकतंत्र के निर्माण की प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुआ।
1398 – तैमूर का दिल्ली पर कब्ज़ा
18 दिसंबर 1398 को तैमूर ने सुल्तान नुसरत शाह को पराजित कर दिल्ली पर अधिकार कर लिया। यह आक्रमण भारतीय इतिहास के सबसे विनाशकारी अध्यायों में से एक माना जाता है।
1271 – युआन वंश की स्थापना
मंगोल शासक कुबलई खान ने 18 दिसंबर 1271 को अपने साम्राज्य का नाम युआन रखा। इसी के साथ चीन और मंगोलिया में युआन वंश की शुरुआत हुई, जिसने एशियाई इतिहास की दिशा बदल दी।
