शाहजहांपुर(राष्ट्र क़ी परम्परा )l उत्तर प्रदेश ग्राम रोजगार सेवक पंचायत मित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने सोमवार को अपनी मांगों को लेकर खिरनीबाग रामलीला मैदान में बैठक की। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में रोजगार सेवकों ने नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्य सचिव को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष पिंटू यादव ने की। उन्होंने साफ कहा कि शासनादेश के मुताबिक ग्राम रोजगार सेवक का कार्यक्षेत्र केवल मनरेगा तक सीमित है। बावजूद इसके, राजस्व विभाग द्वारा उन्हें ई-खसरा/ग्रीनस्टेक सर्वे जैसे कार्यों में लगाया जा रहा है, जो पूरी तरह गलत है। “यह काम लेखपालों का है, लेकिन कम प्रोत्साहन राशि मिलने के कारण लेखपालों ने अपनी ड्यूटी कटवा ली और हमारी ड्यूटी लगा दी गई। हम इसका पूर्ण विरोध करते हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष ललितेश शास्त्री ने दो वर्ष का बकाया मानदेय तत्काल दिलाने की मांग की। वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज वर्मा ने प्रधानमंत्री आवास सर्वे का मानदेय न मिलने पर रोष जताया। उपाध्यक्ष संतान पाल सिंह ने कहा कि चुनाव ड्यूटी के पैसे तक आज तक नहीं दिए गए। जिला महासचिव कुलदीप सागर ने मांग उठाई कि महंगाई को देखते हुए ग्राम रोजगार सेवकों को कम से कम 20 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। जिला कोषाध्यक्ष रविंद्र पाल सिंह ने चेतावनी दी कि यदि ड्यूटी वापस नहीं ली गई तो 3 सितंबर से जिले के 15 ब्लॉकों पर धरना शुरू किया जाएगा। इसके बाद भी कार्रवाई न हुई तो अनिश्चितकालीन आंदोलन होगा। धरना-प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बीमा पॉलिसी और अन्य सुविधाओं की घोषणा की गई थी, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण आज तक लागू नहीं की गई। धरना-प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में ग्राम रोजगार सेवक शामिल हुए। इसमें अरवेश वर्मा, इंद्रपाल, जलज पांडेय, अच्छे मिश्रा, अनुज शुक्ला, महिपाल सिंह, धर्मेंद्र मौर्य, सुधीर यादव, देवेश अवस्थी, अमित वर्मा, अर्चना अवस्थी, उपासना कुशवाहा समेत कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।