
पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) गंगा नदी इस समय अपने रौद्र रूप में है। लगातार हो रही बारिश और जलस्तर में तेजी से वृद्धि के चलते पटना और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इसका असर शहर के कई निचले इलाकों में साफ तौर पर देखा जा सकता है।
पटना के बिंद टोली क्षेत्र की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है और यह पूरा इलाका लगभग जलमग्न हो चुका है। स्थानीय लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को प्राथमिकता के आधार पर निकाला जा रहा है।
दानापुर क्षेत्र में भी गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। कई घरों में पानी घुस चुका है और सड़कों पर नावों से आवाजाही करनी पड़ रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं।
पटना जिला प्रशासन द्वारा राहत कार्यों को गति देने के लिए दो दर्जन से अधिक नावों की व्यवस्था की गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य में जुटी हुई हैं। प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
जनजीवन अस्त-व्यस्त, स्कूल-कॉलेज बंद गंगा के विकराल रूप से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है। स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। निचले इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है।
स्थिति पर नजर, राहत शिविरों की स्थापना प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। शहर के कई हिस्सों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां लोगों को भोजन, पीने का पानी और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा दी जा रही है।
नदी का रुख और बढ़ने की आशंका मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 48 घंटों में और बारिश की संभावना है, जिससे गंगा का जलस्तर और बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन से सहयोग करने की अपील की गई है।
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