गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। सहायक अभिलेख अधिकारी कार्यालय में बड़े बाबू के पद पर तैनात रहे सुशील कुमार को 27 अप्रैल 2022 को एंटी करप्शन टीम ने रुपए लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था, जिसे कैंट पुलिस के हवाले कर दिया था। आठ माह तक जेल काट चुके सुशील कुमार को मंगलवार को न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम कोर्ट संख्या एक ने पचास हजार जुर्माना के साथ 5 साल की कठोर सजा सुनाई। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन कनविक्शन” अभियान के क्रम में न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश (भ्र०नि० अधि०) कोर्ट सं०-01 गोरखपुर ने असं 275/2022 धारा 7 भ्र०नि०अधि० थाना कैण्ट अभियुक्त सुशील कुमार पुत्र स्व त्रिलोकीनाथ निवासी म नं० 11 जंगल चौरी तुलसी बिहार कालोनी अयोध्या टोला थाना खोराबार गोरखपुर सम्प्रति – निलम्बित वरिष्ठ सहायक कार्यालय सहायक अभिलेख अधिकारी कलेक्ट्रेट गोरखपुर में तैनात सुशील कुमार को अपराध का दोषी पाये जाने पर अभियुक्त को 05 वर्ष सश्रम कारावास व 50,000 रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया । उक्त सजा को दिलाने एडीजीसी घनश्याम त्रिपाठी, विवेचक निरीक्षक संतोष कुमार दीक्षित व मॉनिटरिंग सेल का अमूल्य योगदान रहा ।
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