
दीपक हृदय का पहले जलाओ,
तन-मन का अँधेरा पहले मिटाओ,
धरा का उठाना न आसान होगा,
गगन को झुकाना न आसान होगा।
इस वर्ष दीवाली फिर आ गई है,
आप दीपक जलायें पर ना बुझायें,
नशे की आदत को पहले भगाओ,
तन-मन का अँधेरा पहले मिटाओ।
घृणा द्वेष ईर्ष्या का है बोलबाला,
अहंकार सबके दिलों में है फैला,
स्नेह की डोर से इन सबको हराओ,
तन-मन का अँधेरा पहले मिटाओ।
आबादी विश्व की बढ़ती जा रही है,
हमारी ग़रीबी भी बढ़ती जा रही है,
ग़रीबी मिटाओ जनसंख्या घटाओ,
तन-मन का अँधेरा पहले मिटाओ।
जल संरक्षण, पर्यावरण सुरक्षा,
ताक़त बढ़ाओहमारी सीमासुरक्षा,
आदित्य शपथ लो,एकता बढ़ाओ,
तन-मन का अँधेरा पहले मिटाओ।
- कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’
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