
महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। जनपद के सोहगी बरवा वन्यजीव अभयारण्य से एक चिंताजनक खबर सामने आई है। अभयारण्य के मधवलिया परिक्षेत्र अंतर्गत बसौली जंगल के पास एक मादा तेंदुआ मृत अवस्था में पाई गई। यह घटना वन्यजीव संरक्षण और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह कुछ ग्रामीणों ने जंगल के पास तेंदुए के शव को देखा और तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) निरंजन सुर्वे के नेतृत्व में विभागीय टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया।
डीएफओ सुर्वे ने बताया कि प्रथम दृष्टया तेंदुए के शरीर पर कोई स्पष्ट चोट के निशान नहीं दिखाई दिए हैं, जिससे मौत का कारण संदिग्ध बना हुआ है। तेंदुए का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के कारणों का स्पष्ट खुलासा हो पाएगा।
वन विभाग ने घटनास्थल के आसपास सघन तलाशी अभियान चलाया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि मादा तेंदुए की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है या इसमें किसी प्रकार की मानव गतिविधि शामिल है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और स्थानीय लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
गौरतलब है कि सोहगी बरवा वन्यजीव अभयारण्य उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में नेपाल सीमा से सटा एक संवेदनशील इलाका है, जहां बाघ, तेंदुआ, हाथी समेत कई अन्य वन्यजीवों का आवास है। ऐसे में किसी भी वन्यजीव की अप्राकृतिक मृत्यु विभाग के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और यदि किसी प्रकार की लापरवाही या शिकार की पुष्टि होती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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