
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, जांच में जुटी टीम
मुजफ्फरपुर(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) बिहार में फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामले में यह गोरखधंधा राज्य के मुखिया तक पहुंच गया है। मुजफ्फरपुर जिले के सरैया प्रखंड में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर फर्जी आवासीय प्रमाण पत्र तैयार कराने की साजिश का खुलासा हुआ है। इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार, सरैया प्रखंड कार्यालय में एक संदिग्ध आवेदन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम पर आवासीय प्रमाण पत्र जारी कराने का प्रयास किया गया। मामले की भनक लगते ही अधिकारियों ने तत्काल प्रमाण पत्र की वैधता की जांच कराई, जिसमें दस्तावेज फर्जी पाए गए।
प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) के लिखित बयान पर सरैया थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और सरकारी अभिलेखों में फर्जीवाड़ा समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस की टीम अब दस्तावेज़ तैयार करने और आवेदन कराने वालों की पहचान में जुटी है।
अधिकारियों का कहना है कि यह मामला गंभीर है क्योंकि इसमें राज्य के मुख्यमंत्री का नाम दुरुपयोग कर सरकारी अभिलेखों में हेरफेर की कोशिश की गई। फिलहाल संबंधित शाखा के सभी कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है और आवेदन से जुड़े डिजिटल व भौतिक रिकॉर्ड को जब्त कर लिया गया है।
स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी दी है कि इस तरह की फर्जीवाड़ा गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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