भागलपुर/देवरिया।( राष्ट्र की परम्परा) बरहज तथा सलेमपुर तहसील क्षेत्र के आसपास सरयू तट पर बसे गांव के लोग काफी मुश्किल से गुजर रहे हैं। नदी का जलस्तर घटने बढ़ने से जनता के उपर संकट के बादल मंडराते हुए नजर आ रहे है। जिससे उपजाऊ भूमि जलमग्न हो रही है। कुछ गांव का अस्तित्व तो खतरे में पड़ता नजर आ रहा है। हथिया नक्षत्र 3 दिन से लगातार बरस रही है। इस अत्यधिक जलवृष्टि से पूर्वांचल की नदियां उफान पर हैं। बरहज से लेकर डुमरी, धरहरा, देवसिया, छित्तूपुर, भागलपुर की उपजाऊ भूमि सरयू में समाहित होती जा रही है।
लोगों का कहना है कि बांस की जाली बनाकर बोरी में मिट्टी, भरकर दिखावे के लिए रखा गया है। लेकिन अधिकारियों से बात करने पर बोलते हैं कि आप ज्यादा जानकार हैं। हम लोग कार्य कर रहे हैं। इस तरह का जवाब जनता को डराने या हताश करने की कोशिश है। कटान का वीडियो बनाकर फेसबुक पर डाला है लेकिन बजट का घाल मेल भरपूर होता जा रहा है, ग्रामीणों का कहना है कि हर कार्य घटिया किस्म का हो रहा है। आने वाले समय में इन गांव का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि, अगले बजट में यहां का कार्य किया जाएगा।
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