September 13, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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संसद में एक ही पार्टी के 543 सांसद चुनकर भी आए तो भी संविधान को कोई नहीं बदल सकता -महेश पोहरणेकर

मुंबई (राष्ट्र की परम्परा)
भारतीय संविधान को बदले जाने की अफवाह फैलाई जा रही है। यह फेक नरेटिव्ह संविधान के प्रति अनास्था निर्माण करने वाला है। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों पर काम करते हुए समाज और समाज के प्रबुद्ध वर्ग को समाज में व्याप्त भ्रम, अशांति और फर्जी आख्यानों के प्रति सदैव जागरूक रहना चाहिए। संविधान को कोई नहीं बदल सकता। संसद में एक ही पार्टी के 543सांसद चुनकर आ भी गए तो भारतीय संविधान कोई नहीं बदल सकता। ऐसा दृढ़ विश्वास विवेक विचार मंच के कार्यवाह महेश पोहरणेकर ने व्यक्त किया है। बता दें कि भारतीय संविधान के अमृत महोत्सव वर्ष पर घाटकोपर (पश्चिम) के शिवाजी हॉल, एसएनडीटी कॉलेज में विवेक विचार मंच , देव देश प्रतिष्ठान और सहयोगी संगठनों की ओर से अनुसूचित जाति, वंचित घटकों के प्रश्न,भारतीय संविधान, आरक्षण, सामाजिक न्याय, अन्याय उत्पीड़न की विभिन्न घटनाओं, सरकारी योजनाओं और नीति पर सामाजिक संवाद सम्मेलन का आयोजन किया गया। उक्त समारोह में
विवेक विचार मंच के कार्यवाह महेश पोहरणेकर बोल रहे थे।इस अवसर पर मंच पर पूज्य भदंत वीररत्न महाथेरो, विवेक विचार मंच कोकण के संयोजक जयवंत तांबे, विवेक विचार मंच मुंबई महानगर संयोजक डॉ.ओमप्रकाश गजरे,देव देश प्रतिष्ठान के अध्यक्ष डॉ वैभव देवगिरकर, शरद कांबले अनुसूचित मोर्चा मुंबई के अध्यक्ष ,एडवोकेट प्रह्लाद खंदारे ,कानूनी विशेषज्ञ, वकील संदीप जाधव सामाजिक कार्यकर्ता तानाजी कांबले आदि उपस्थित थे।