मूर्ति विसर्जन के दौरान ड्यूटी से रहे अनुपस्थित
देवरिया, ( राष्ट्र की परम्परा) जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने खण्ड विकास अधिकारी गौरी बाजार/प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी रुद्रपुर विवेकानंद मिश्र के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने हेतु अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास उत्तर प्रदेश शासन को संस्तुति पत्र भेजा है।
जिलाधिकारी द्वारा बिना लिखित अनुमति के मुख्यालय नही छोड़े जाने ओर समस्त शासकीय अवकाश पर मुख्यालय पर बने रहने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिये गये थे। इसके बावजूद भी इस आदेश की अवहेलना करते हुए खण्ड विकास अधिकारी विवेकानंद मिश्र बिना अनुमति 04 एवं 05 अक्टूबर को मुख्यालय से बाहर गोरखपुर में निवास करते हुए पाये गये। दशहरा पर्व के दृष्टिगत मूर्ति विसर्जन स्थलों पर प्रकाश वेरीकेटिंग, साफ-सफाई आदि की व्यवस्था करने हेतु संबंधित खण्ड विकास अधिकारियों को नामित किया गया था। इन सभी आदेश की अवहेलना विवेकानंद मिश्र द्वारा की गयी, जो स्वेच्छाचारिता एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना का द्योतक है। विभिन्न संचालित शासकीय योजनाओं व कार्यक्रमों में भी प्रगति संतोषजनक नही पायी गयी, जो इनके कार्यो में अरुचि व लापरवाही को परिलक्षित करता है।
विवेकानंद मिश्रा द्वारा बिना अनुमति के मुख्यालय से बाहर रहने से कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने, स्वेच्छारिता एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों का अवहेलना करने, प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण तथा मनरेगा योजना में समीक्षा बैठकों में बार-बार निर्देश देने के बावजूद भी अपेक्षित प्रगति नही लाये जाने को जिलाधिकारी ने अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने की संस्तुति कर दी है तथा शासन को इसके लिए पत्र भी लिखा है।
उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा समस्त अधिकारियों को उनके तैनाती स्थल पर ही रात्रि निवास करने के निर्देश दिये गये है, जिसकी अवहेलना करते हुए विवेकानंद मिश्र 22 अप्रैल को विकास खण्ड मुख्यालय पर रात्रि निवास नही करते हुए पाये गये, जिसके लिए इन्हे विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि/परनिन्दा प्रविष्टी प्रदान की गयी है।
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