November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष ने भाजपा नेता की जमकर की पिटाई,भाजपा नेता पहुंचा अस्पताल हालत गम्भीर

संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिले के कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र के सौरहा-सिंघोरहवा निवासी भारतीय जनता पार्टी के मंडल उपाध्यक्ष व पूर्व प्रधान लालचंद गुप्ता ने निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष रामनरेश निषाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डंडियवा में एक घरभोज कार्यक्रम में गया था। जहाँ निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष रामनरेश निषाद अपने कई अन्य साथियों के साथ मुझ पर हमला कर दिए।

जिससे मुझे काफी चोट आयी। किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से भागते हुए घर वालों को सूचना दिया। फिर किसी तरह से पारिजनों की मदद से इलाज के लिए जिला अस्पताल पर गया जहां मेरा उपचार किया गया। किंतु मंत्री के राजनीतिक दबाव में पुलिस वालों ने मेरा एफआईआर नहीं दर्ज किया और मैं दर-दर भटक रहा हूं। मेरी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है तथा राजनीतिक संरक्षण प्राप्त दबंगों द्वारा आए दिन किसी ने किसी घटना को अंजाम दिया जाता है। उस पर पुलिसिया कार्रवाई नहीं हो पाती आखिर क्यों? क्या कारण है?
जबकि योगी सरकार बार-बार रट लगाए फिरती है माफिया और गुंडो को बक्शा नहीं जाएगा। फिर ऐसे में सवाल यह उठता है कि ऐसे लोग आज भी जनता के बीच में अपनी दबंगई दिखाते हुए उनका शोषण कर रहे हैं।
जिले मे छठवें चरण के चुनाव की सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। उसी के क्रम में निषाद पार्टी समर्थित भाजपा प्रत्याशी ई. प्रवीण निषाद के लोग किसी न किसी के मारने पीटने की घटना सुनने में आ जाती है। अभी हाल में ही मोहम्मदपुर कठार गांव में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद एक शादी समारोह में पहुंचे थे। वहां एकत्रित जनता द्वारा मंत्री से रूबरू होते हुए यह पूछा गया कि आप 5 साल कहां रहे और हमारी सड़कें आज भी टूटी हुई हैं। जिसके जवाब में वहां भी हाथापाई और मारपीट किया।
जहां मंत्री के नाक पर भी चोट आई। सत्ता का हनक दिखाते हुए तथा यादव वर्ग के युवाओं के ऊपर नामजद एफआईआर करते हुए उन्हें जेल भिजवा दिया। लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण किसी अन्य का कोई मुकदमा नहीं दर्ज किया गया। जिसका अन्य उदाहरण भाजपा कार्यकर्ता दूधनाथ शर्मा के ऊपर घटित घटना है। जिसमें पुलिस द्वारा आज तक एफआईआर नहीं लिखा गया। श्री शर्मा द्वारा यह भी बताया गया कि घटना का अल्पिकरण करते हुए एनसीआर दर्ज करके मामले को इतिश्री कर दिया। जबकि दबंग की दबंगई आज भी बरकरार है।