महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, आयुष्मान भारत, आर.बी.एस.के सहित स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने 01 अप्रैल से 01 सितंबर तक ट्रैक होने वाली गर्भवती महिलाओं के आंकड़ों के बारे में एमओआईसी को पर्याप्त जानकारी न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि मातृ–शिशु ट्रैकिंग पोर्टल में पंजीकृत महिलाओं के संस्थागत प्रसव को सुनिश्चित करें और जहां तक संभव हो प्रसव राजकीय स्वास्थ्य केंद्रों में हो। मातृ मृत्यु रिपोर्ट में अक्टूबर प्रथम सप्ताह में परतावल में मृत महिला का आंकड़ा दर्ज न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए एमोआईसी परतावल को चेतावनी पत्र जारी करने का निर्देश दिया। जितनी भी गर्भवती महिलाएं प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत आती हैं, उनके लिए अनिवार्य जांच को जरूर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अनुपलब्ध उपकरणों और खराब उपकरणों की उपलब्धता अनटाइड फंड से सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि शिशु मृत्यु की दृष्टि से संवेदनशील बच्चों की मॉनिटरिंग आर.बी.एस.के टीम द्वारा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने अस्पतालों व स्वस्थ केंद्रों में कार्यप्रणाली को सुधारने हेतु कड़े निर्देश दिए और चेतावनी दी कि शिकायत मिलने पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ नीना वर्मा, सीएमएस डॉ ए.पी. भार्गव, सभी एम.ओ.आई.सी, डीपीआरओ यावर अब्बास, डीपीओ दुर्गेश कुमार सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।