November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर सभी बेटियों को समर्पित

बेटा बेटी एक समान
बेटी होने पर हो अभिमान
अगर बेटी ना जन्मी तो
वंशावली रुक जाएगी
जन्म दात्री ही ना होगी तो
सृष्टि कैसे चल पाएगी
बेटी हमारा गौरव है
अभिमान है स्वाभिमान है
बेटियों से ही हरा भरा
यह सारा संसार है
आदिकाल से बेटियों ने
अपना अस्तित्व बचाया है
अगर बेटियां ना रही तो
क्या विश्व रह पाएगा
बिना बेटियों के यह जगत
शून्य ही रह जाएगा

लेखक – सीमा त्रिपाठी