इतिहास केवल तिथियों का संग्रह नहीं होता, बल्कि उन महान व्यक्तित्वों की जीवंत गाथा होता है, जिन्होंने अपने विचार, कर्म और संघर्ष से समाज, राष्ट्र और विश्व को दिशा दी। 21 दिसंबर ऐसी ही एक विशिष्ट तिथि है, जिस दिन राजनीति, न्याय, साहित्य, संगीत, खेल, प्रशासन और समाज सुधार के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ने वाले अनेक महान लोग जन्मे। आइए, इतिहास के इन महत्वपूर्ण जन्मदिनों पर विस्तार से प्रकाश डालते हैं।
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गोपाल सिंह (जन्म: 21 दिसंबर 2010 नहीं, वास्तविक जन्म वर्ष पूर्व का है)
गोपाल सिंह राजस्थान की राजनीति का एक सशक्त नाम रहे। वे राजस्थान विधानसभा के भूतपूर्व अध्यक्ष रहे और लोकतांत्रिक परंपराओं को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जन्म राजस्थान राज्य, भारत में हुआ। उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही को निष्पक्षता और गरिमा के साथ संचालित कर संसदीय मर्यादाओं को नई ऊंचाई दी। उनका योगदान राजस्थान की संसदीय संस्कृति के विकास में स्मरणीय है।
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तेजस्विन शंकर (जन्म: 21 दिसंबर 1998)
तेजस्विन शंकर का जन्म दिल्ली, भारत में हुआ। वे भारत के प्रतिभाशाली ऊँची कूद (High Jump) एथलीट हैं। कम उम्र में ही उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई और भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय खेल मंचों पर रोशन किया। उनका संघर्ष और अनुशासन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। खेल के क्षेत्र में उनका योगदान भारतीय एथलेटिक्स को नई ऊर्जा प्रदान करता है।
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संजीव चतुर्वेदी (जन्म: 21 दिसंबर 1974)
संजीव चतुर्वेदी का जन्म उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ। वे 2002 बैच के भारतीय वन सेवा अधिकारी हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ बेबाक लड़ाई के लिए जाने जाते हैं। वर्ष 2015 में उन्हें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पर्यावरण संरक्षण, पारदर्शिता और ईमानदारी के क्षेत्र में उनका योगदान भारत ही नहीं, विश्व स्तर पर सराहा गया।
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राजीव बजाज (जन्म: 21 दिसंबर 1966)
राजीव बजाज का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में हुआ। वे बजाज ऑटो लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उनके नेतृत्व में बजाज ऑटो ने वैश्विक बाजार में मजबूत पहचान बनाई। नवाचार, गुणवत्ता और रोजगार सृजन के माध्यम से उन्होंने भारतीय औद्योगिक विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया। वे आधुनिक भारत के सफल उद्योगपतियों में गिने जाते हैं।
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श्यामामणि देवी (जन्म: 21 दिसंबर 1938)
श्यामामणि देवी का जन्म ओडिशा, भारत में हुआ। वे ओडिसी शास्त्रीय संगीत की प्रसिद्ध गायिका और संगीतकार थीं। उन्होंने ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहचान दिलाई। संगीत के माध्यम से उन्होंने भारतीय शास्त्रीय परंपरा को जीवंत बनाए रखा और अनेक शिष्यों को प्रशिक्षित किया।
यू. आर. अनंतमूर्ति (जन्म: 21 दिसंबर 1932)
यू. आर. अनंतमूर्ति का जन्म मेलिगे, शिमोगा जिला, कर्नाटक, भारत में हुआ। वे कन्नड़ भाषा के प्रख्यात साहित्यकार, विचारक और ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता थे। उनकी रचनाओं ने सामाजिक रूढ़ियों पर गहरा प्रहार किया। साहित्य के माध्यम से उन्होंने भारतीय समाज को आत्ममंथन के लिए प्रेरित किया।
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अमीन सयानी (जन्म: 21 दिसंबर 1932)
अमीन सयानी का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में हुआ। वे रेडियो जगत के ‘आवाज़ के जादूगर’ कहे जाते हैं और भारत के पहले लोकप्रिय रेडियो जॉकी माने जाते हैं। “बिनाका गीतमाला” के माध्यम से उन्होंने करोड़ों श्रोताओं के दिलों में जगह बनाई। भारतीय रेडियो इतिहास में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
प्रफुल्लचंद नटवरलाल भगवती (जन्म: 21 दिसंबर 1921)
प्रफुल्लचंद भगवती का जन्म गुजरात, भारत में हुआ। वे भारत के 17वें मुख्य न्यायाधीश रहे। न्यायपालिका में रहते हुए उन्होंने मानवाधिकारों और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा की। उनका योगदान भारतीय न्याय प्रणाली को अधिक संवेदनशील और जनोन्मुख बनाने में महत्वपूर्ण रहा।
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कुर्त वॉल्डहाइम (जन्म: 21 दिसंबर 1918)
कुर्त वॉल्डहाइम का जन्म सेंट एंड्रा-वोर्थर्न, ऑस्ट्रिया में हुआ। वे संयुक्त राष्ट्र संघ के चौथे महासचिव रहे। वैश्विक कूटनीति और शांति प्रयासों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही। अंतरराष्ट्रीय संबंधों के इतिहास में उनका नाम विशेष स्थान रखता है।
एस. आर. कांथी (जन्म: 21 दिसंबर 1908)
एस. आर. कांथी का जन्म भारत में हुआ। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ थे। स्वतंत्रता संग्राम और उसके बाद राष्ट्र निर्माण में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई। उनका जीवन राजनीतिक प्रतिबद्धता और राष्ट्रसेवा का प्रतीक रहा।
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भालचंद्र दिगंबर गरवारे (जन्म: 21 दिसंबर 1903)
भालचंद्र गरवारे का जन्म महाराष्ट्र, भारत में हुआ। वे गरवारे समूह के संस्थापक और प्रख्यात उद्योगपति थे। औद्योगिक विकास, तकनीकी नवाचार और रोजगार सृजन में उनका योगदान भारत की आर्थिक प्रगति से जुड़ा है।
ठाकुर प्यारेलाल सिंह (जन्म: 21 दिसंबर 1891)
ठाकुर प्यारेलाल सिंह का जन्म छत्तीसगढ़, भारत में हुआ। वे छत्तीसगढ़ में श्रमिक आंदोलन और सहकारिता आंदोलन के प्रणेता थे। सामाजिक न्याय और मजदूर अधिकारों के लिए उनका संघर्ष आज भी प्रेरणादायक है।
सुन्दरलाल शर्मा (जन्म: 21 दिसंबर 1881)
सुन्दरलाल शर्मा का जन्म छत्तीसगढ़, भारत में हुआ। वे सामाजिक क्रांति के अग्रदूत और जनजागरणकर्ता थे। शिक्षा, सामाजिक सुधार और स्वतंत्रता आंदोलन में उनका योगदान छत्तीसगढ़ के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज है।
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मान सिंह (जन्म: 21 दिसंबर 1550)
मान सिंह का जन्म अंबर (वर्तमान जयपुर), राजस्थान, भारत में हुआ। वे मुगल सम्राट अकबर के प्रमुख राजपूत सेनापति थे। प्रशासनिक दक्षता और सैन्य नेतृत्व में उनका योगदान मुगल इतिहास का महत्वपूर्ण अध्याय है।
21 दिसंबर को जन्मे ये महान व्यक्तित्व अपने-अपने क्षेत्र में प्रकाशस्तंभ की तरह रहे। इनका जीवन हमें यह सिखाता है कि कर्म, समर्पण और साहस से इतिहास रचा जा सकता है।
