
लखनऊ(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) को आधुनिक स्वरूप देने की कवायद में शासन ने सख्ती दिखाई है। छह आईटीआई भवनों के निर्माण कार्य में देरी के चलते ग्रामीण अभियंत्रण सेवा (RES) से जिम्मेदारी वापस लेकर अब यह कार्य यूपी प्रॉजेक्ट कॉरपोरेशन को सौंप दिया गया है।
प्रदेश सरकार युवाओं को इनोवेशन और स्किल से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण संस्थानों को आधुनिक बनाने पर विशेष जोर दे रही है। टाटा टेक्नॉलजीज के सहयोग से व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग दूसरे चरण में 62 सरकारी आईटीआई को आधुनिक लैब, वर्कशॉप और अत्याधुनिक मशीनरी जैसी सुविधाओं से लैस कर रहा है।
इसी क्रम में गोरखपुर के खजनी, चौरीचौरा, कैंपियरगंज, बड़हलगंज, सोनभद्र के घोरावल और कुशीनगर के हाटा स्थित आईटीआई भवनों का निर्माण कार्य ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग को सौंपा गया था। नियमों के मुताबिक वित्तीय स्वीकृति जारी होने के 6 माह के भीतर काम पूरा होना चाहिए था, लेकिन 5 महीने गुजरने के बाद भी जमीन पर कार्य प्रारंभ नहीं हो सका।
निर्माण कार्यों में हो रही इस लापरवाही को देखते हुए शासन ने नाराजगी जताई और अब पूरा प्रोजेक्ट यूपी प्रॉजेक्ट कॉरपोरेशन को सौंप दिया है।
सूत्रों के अनुसार, सरकार ने साफ निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समयसीमा में आईटीआई भवनों का निर्माण किसी भी हाल में पूरा किया जाए ताकि आधुनिक सुविधाओं से लैस संस्थान जल्द युवाओं के लिए उपलब्ध कराए जा सकें।