Thursday, October 16, 2025
HomeUncategorizedअन्य खबरेपटना में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक : बिहार चुनाव से पहले...

पटना में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक : बिहार चुनाव से पहले सत्ता परिवर्तन का रोडमैप तलाशती कांग्रेस

पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)।आजादी के बाद पहली बार राजधानी पटना में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक का आयोजन किया गया। सुबह से शुरू हुई यह बैठक शाम तक चलेगी। ऐतिहासिक सदाकत आश्रम परिसर में हुई इस बैठक को कांग्रेस ने बेहद महत्वपूर्ण माना है, क्योंकि इसके जरिए पार्टी ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी सक्रियता और गंभीरता का संकेत दिया है।

बैठक में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी ने इसे और भी खास बना दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, महासचिव केसी वेणुगोपाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, सचिन पायलट, रणदीप सुरजेवाला, भूपेश बघेल, जीतू पटवारी और हरीश चौधरी समेत कई दिग्गज नेता पहले ही पटना पहुंच चुके थे। राहुल गांधी भी बैठक में शरीक हुए और कार्यकर्ताओं में उत्साह जगाने का प्रयास किया।

इसे भी पढ़ें – https://rkpnewsup.com/rahul-gandhis-entry-into-patna-will-change-the-equation-the-grand-alliances-seat-battle-could-be-sealed-today/

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री का चेहरा चुनाव जीतने के बाद तय किया जाएगा। उन्होंने साफ किया कि अभी प्राथमिकता संगठन को मजबूत करने और विपक्षी गठबंधन को मजबूती देने की है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बैठक के बहाने कांग्रेस न केवल बिहार की राजनीति में खुद को केंद्र में लाने की कोशिश कर रही है बल्कि यह संदेश भी देना चाहती है कि आगामी चुनाव में सत्ता परिवर्तन की लड़ाई में उसकी भूमिका निर्णायक होगी। पार्टी को उम्मीद है कि ठीक वैसे ही परिणाम सामने आ सकते हैं जैसे साल 2023 में तेलंगाना में CWC बैठक के बाद दिखे थे, जब कांग्रेस वहां सत्ता में लौटी थी।

इसे भी पढ़ें – https://rkpnewsup.com/police-naxalite-encounter-in-gumla-three-militants-killed/

इस बैठक को कांग्रेस के लिए सिर्फ संगठनात्मक औपचारिकता से आगे बढ़कर एक बड़े राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि पटना की यह ऐतिहासिक बैठक बिहार विधानसभा चुनाव की दिशा और विपक्षी एकता के स्वरूप दोनों को तय करने में अहम साबित हो सकती है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments