नई दिल्ली(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने गुरुवार को केंद्र की मोदी सरकार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने इथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल नीति (E-20) को जनता के साथ “धोखा” करार देते हुए कहा कि “वोट मिलावट से जीतने वाली सरकार अब पेट्रोल मिलावट से देश चला रही है।”

प्रेस बयान में पवन खेड़ा ने कहा, “पहले वोट चोरी, अब मोदी जी द्वारा पेट्रोल चोरी। ‘न खाऊँगा, न खाने दूँगा’ के झंडाबरदार अब जनता की जेब पर डाका डाल रहे हैं। ई-20 नीति असल में जनता से पैसे ऐंठने की नई चाल है।”

पेट्रोल-डीजल कीमतों का मुद्दा कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि 2014 में पेट्रोल की कीमत 71.41 रुपये प्रति लीटर थी, जो 2025 में बढ़कर 94.77 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी अवधि में डीजल 55.49 रुपये से बढ़कर 87.67 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरी ओर इथेनॉल उत्पादन से जुड़ी चीनी मिलें और उद्योगपति रिकॉर्ड मुनाफा कमा रहे हैं।

“हितों के टकराव” का आरोप पवन खेड़ा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर सीधा हमला बोलते हुए उनके परिवार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गडकरी के बेटे निखिल गडकरी की कंपनी सियान एग्रो इंडस्ट्रीज इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड देश की प्रमुख इथेनॉल आपूर्तिकर्ताओं में से है। वहीं, उनके दूसरे बेटे सारंग गडकरी मानस एग्रो इंडस्ट्रीज में निदेशक हैं, जो इथेनॉल कारोबार से जुड़ी है। खेड़ा ने इसे स्पष्ट “हितों का टकराव” बताया।

कांग्रेस की मांग खेड़ा ने कहा कि मोदी सरकार को इस नीति पर जवाब देना चाहिए और गडकरी परिवार से जुड़े कारोबारी हितों की जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का बोझ आम आदमी पर डाला जा रहा है, जबकि चुनिंदा उद्योगपतियों को फायदा पहुँचाया जा रहा है।

इस विवाद के बाद अब सियासत और गर्माने की पूरी संभावना है, क्योंकि कांग्रेस ने सीधे नितिन गडकरी और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।