Saturday, December 20, 2025
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शीतलहर का कहर: बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल बंद करने की उठी मांग

भीषण शीतलहर के चलते पूर्वी चंपारण में स्कूल बंद करने की मांग, जिलाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन

मोतिहारी/पूर्वी चंपारण (राष्ट्र की परम्परा)।पूर्वी चंपारण जिले में लगातार जारी कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। शीतलहर की गंभीरता को देखते हुए परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ, बिहार ने जिला प्रशासन से जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में पठन-पाठन कार्य अस्थायी रूप से स्थगित करने की मांग की है। इस संबंध में महासंघ की ओर से जिलाधिकारी को एक लिखित अनुरोध पत्र सौंपा गया है।

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महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी मृत्युंजय ठाकुर ने बताया कि वर्तमान मौसम परिस्थितियां खासकर छोटे बच्चों के लिए अत्यंत जोखिमपूर्ण हो गई हैं। अत्यधिक ठंड, तेज ठंडी हवाएं और सुबह के समय घना कोहरा बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। मौसम विभाग द्वारा भी शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है और लोगों को अनावश्यक बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है।

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उन्होंने कहा कि प्रातःकाल स्कूल जाने के दौरान बच्चों को सर्द हवाओं और कम दृश्यता की समस्या से जूझना पड़ता है, जिससे सर्दी, खांसी, बुखार, निमोनिया और अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में विद्यालयों का संचालन बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से उचित नहीं है।

परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ ने जिला प्रशासन से अपील की है कि बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए शीतलहर की अवधि तक सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में शिक्षण कार्य पर अस्थायी रोक लगाने का आदेश जारी किया जाए। महासंघ का मानना है कि समय रहते लिया गया निर्णय न केवल बच्चों को संभावित बीमारियों से बचाएगा, बल्कि अभिभावकों की चिंता भी कम करेगा।

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अब जिले की निगाहें प्रशासन के फैसले पर टिकी हैं, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि शीतलहर के इस दौर में विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाए जाते हैं।

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