जम्मू-कश्मीर (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) डोडा ज़िले में मंगलवार सुबह बादल फटने की घटना से अचानक आई बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। इस आपदा में अब तक 10 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि हुई है। राहत की बात यह है कि किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं मिली है।

यह घटना ऐसे समय में हुई जब भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही कठुआ, सांबा, डोडा, जम्मू, रामबन और किश्तवाड़ ज़िलों सहित जम्मू संभाग के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया था।

स्थिति और प्रशासन की तैयारी तवी नदी उफान पर है और कई छोटी-बड़ी नदियों व नालों का जलस्तर पहले ही खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।अधिकारियों के अनुसार, रात तक जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।प्रशासन ने लोगों को जल निकायों और भूस्खलन संभावित इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है।

एहतियातन, मंगलवार को जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रखे गए। कश्मीर घाटी में भी असर ,दक्षिणी कश्मीर में मध्यम से भारी वर्षा,ऊँचाई वाले इलाकों में भारी बारिश, मध्य कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश, उत्तरी कश्मीर में हल्की बारिश या शुष्क मौसम दर्ज किया गया।

हालाँकि, झेलम नदी के लिए अभी बाढ़ की कोई औपचारिक चेतावनी जारी नहीं हुई है, लेकिन जलस्तर में धीरे-धीरे वृद्धि होने की संभावना जताई गई है।