पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे करीब आ रहा है, राजनीतिक दलों में बयानबाजी का दौर तेज होता जा रहा है। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने डिप्टी सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है। एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या चुनाव के बाद उनकी पार्टी उपमुख्यमंत्री पद की दावेदारी करेगी, तो उन्होंने साफ कहा—“अभी तो सरकार बनने दीजिए, पद की चर्चा वक्त से पहले करना बेमानी है।”
चिराग पासवान ने कहा कि महागठबंधन की वर्तमान स्थिति इसी वजह से खराब हुई है, क्योंकि वहां नेताओं की महत्वाकांक्षाएँ ही उनके लिए विनाश का कारण बन गईं। उन्होंने वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी का उदाहरण देते हुए कहा—“अगर सहनी जी पहले डिप्टी सीएम बनने की ज़िद न करते, तो शायद उनकी राजनीतिक स्थिति आज अलग होती। पहले जीत तो हासिल करिए, फिर पद का सवाल उठाइए।”
लोजपा (रामविलास) प्रमुख ने कहा कि पार्टी का फोकस फिलहाल बड़ी जीत पर है। उन्होंने आत्मविश्वास जताते हुए कहा कि “पिछले चुनावों में हमारी मेहनत का असर जनता ने महसूस किया था, और इस बार भी एकजुट होकर वही असर निर्णायक साबित होगा।”
इसी बातचीत के दौरान चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव और महागठबंधन पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “जो नेता अपने गठबंधन को एकजुट नहीं रख सका, वह बिहार को कैसे एकजुट रखेगा?” चिराग का कहना था कि महागठबंधन की टूट और अंदरूनी कलह का सीधा फायदा एनडीए को मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि जनता अब विकास, नेतृत्व और स्थिरता चाहती है—जिसकी दिशा में एनडीए मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
चिराग के इस बयान ने बिहार की सियासत में नई हलचल मचा दी है, क्योंकि उन्होंने न सिर्फ भविष्य की रणनीति का संकेत दिया बल्कि विपक्ष को कमजोर नेतृत्व का प्रतीक भी बता दिया।
