
वाराणसी (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वाराणसी में आयोजित ‘बिरसा मुंडा संगोष्ठी’ में हिस्सा लिया और इस दौरान कांवड़ यात्रा एवं मोहर्रम जुलूस को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा पर सोशल मीडिया और कुछ मीडिया माध्यमों में हो रही आलोचना को लेकर सख्त नाराजगी जताई।
कांवड़ियों को आतंकी कहना निंदनीय: सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा, “कांवड़ यात्रा एक धार्मिक परंपरा है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु श्रद्धा और नियमों के साथ भाग लेते हैं। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुछ लोग इस पवित्र यात्रा को भी निशाना बना रहे हैं। सोशल मीडिया पर कांवड़ियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही हैं। कुछ तो उन्हें आतंकी और उपद्रवी तक कहने से नहीं चूकते। यह पूरी तरह अनुचित और निंदनीय है।”
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार हर धार्मिक आयोजन के सुचारु संचालन के लिए सख्ती और संवेदनशीलता—दोनों के साथ कार्य कर रही है। ऐसे में किसी समुदाय विशेष को बदनाम करने की साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मीडिया ट्रायल पर भी जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री योगी ने कांवड़ यात्रा को लेकर मीडिया के एक वर्ग द्वारा की जा रही टिप्पणी और रिपोर्टिंग को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि, “जब प्रशासन कोई व्यवस्था बनाता है, तो कुछ लोग बिना सच्चाई को समझे मीडिया ट्रायल शुरू कर देते हैं। इससे समाज में भ्रम की स्थिति पैदा होती है और यह शांति व्यवस्था के लिए नुकसानदायक है।”
मोहर्रम और कांवड़ यात्रा—दोनों के लिए संतुलन की बात
सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार मोहर्रम और कांवड़ यात्रा दोनों की मर्यादा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। “धार्मिक आयोजनों में कोई टकराव न हो, इसके लिए सभी समुदायों से संवाद स्थापित किया गया है। उत्तर प्रदेश में सभी त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जाएं, यही हमारा प्रयास है,” उन्होंने कहा।
सख्त कार्रवाई की चेतावनी
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग धार्मिक यात्राओं को लेकर भ्रामक प्रचार करेंगे या सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।