
भारत भर में ख़ुशियाँ छाईं हैं,
दुनिया को ये ख़ुशियाँ भाईं हैं,
चन्द्रयान -3 ने भारत से चाँद पर
भारत की करी सफल उतराई है।
चंदा मामा तो भारत के माँ माँ हैं,
आज अपनी गोद हमें फैलाया है,
तिरंगा ध्वज भारत का इसरो ने,
जाकर चाँद सतह पर लहराया है।
दुनिया में हम नंबर एक हो गये,
चन्द्र के दक्षिण ध्रुव पर पहुँचे हैं,
भारत के इसरो वैज्ञानिक महान,
दुनिया में चाँद पर जा चमके हैं।
लैंडर रोवर से विक्रम अलग हुआ,
चंद्रमा की धरती पर स्थापित है,
घड़ी आ गयी है खुशियाँ लाकर,
भारतीय प्रतिभा सम्मान बढ़ाकर।
इतिहास रच दिया है इसरो ने,
इतिहास लिख दिया भारत ने,
मेरी यह रचना आज समर्पित है,
इसरो वैज्ञानिकों को नतमस्तक है।
शंखनाद है भारत का इसरो का,
अमृतकाल, अप्रतिम सफलता,
चंद्रमा से अमृत वर्षा अब होगी,
आदित्य ये बड़ी स्वायत्तता होगी।
•कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य‘
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