हिसार(राष्ट्र की परम्परा)सुन ले थोड़े सच्चे बोल,मतकर इतनी टाल-मटोल। सोच समझकर छूना आग,बेमतलब ना...
कविता
1- पैसा, वक्त और संस्कार पैसा और वक्त दोनों ही मूल्यवान हैं,जीवन में दोनों...
माघ मकर गति रवि जब होई,तीरथ पतिहिं आव सब कोई,महाकुंभ का आयोजन इस वर्षफिर...
नौकरी के एक साक्षात्कार में यहप्रश्न पूछा गया कि यदि आप केसामने अचानक एक...
आस्था और विश्वास की ताक़त सेटूटते हुये सम्बंध बार बार जुड़ जाते हैं,लोगों की...
आज जन्मदिन मिश्र कुलदीप की “सत्रहवीं जन्म दिवस” जनवरी छः दिन सोमवार सन पच्चीस।...
हिसार(राष्ट्र की परम्परा)उतरेंगे नकाब तेरे।सुन तो ले जवाब मेरे॥ भरे थे तो क़द्र न...
परोपकार, दान धर्म स्वाभाविक है,देने वाला कभी विचार नहीं करता,बहुत ज़्यादा विचार करने वाला...
ऐश्वर्यवान कृपण के लिये विद्वान,सुशील भी अति तुच्छ तृण समान,कमल पुष्प कली और नाल...
भगवान विष्णु की छाती पर महर्षि,भृगु ने क्यों लात मारी थी एक बार,यह अद्भुत...
स्वस्थ विचारों का आदान प्रदान,ज्ञान और बुद्धि से आगे बढ़ता है,तर्कहीन वार्तालाप अज्ञानता एवंअहंकार...
आज ज़रूरत आन पड़ी है भारत को,अपनी प्राचीन संस्कृति को पहचाने,प्राचीन भारतीय परम्परांओं को...
रावण पराक्रमी, बुद्धिमान व ज्ञानी था,पर मारा गया श्री राम के हाथों था,“विनाश काले...
जैसे चाय में भिगोकर बिस्किट खानेसे ज़रा सी देर में ही घुल जाता है,वैसे...
बाबा मैं मिश्र बृजेश दे रहा हूं नाती प्रत्विक को शुभ कामनाएं अपनी अशेषमेरे...