जीवन के उत्तरार्ध में पहुँचें जब,स्वास्थ्य का ख़ुद ध्यान रखें तब,अपना रक्तचाप व रक्तशर्करा...
कविता
हमारी ख़ुशी में सबसे बड़ी अड़चनशायद हमारी अपनी सोच होती है,क्योंकि हमारी सोच अपने...
हिसार(राष्ट्र की परम्परा)संसद में मचता गदर, है चिंतन की बात।हँसी उड़े संविधान की, जनता...
ख़ुश दिखने से ज़्यादा अच्छासचमुच में ख़ुश रहना होता है,दुःख की घड़ी सामने हो,...
हिसार(राष्ट्र की परम्परा)ठण्डी-ठण्डी छांव मेंउस बचपन के गाँव मेंमैं-जाना चाहती हूँ।तोडऩा चाहती हूँबंदिश चारों...
आखिर सच ही गूँजता, खोले सबकी पोल।झूठे मुँह से पीट ले, कोई कितने ढोल॥...
1- वैदिक धर्म में सात फेरे, सात वचन यह एक विचारणीय प्रश्न है किभारतीय...
हिसार(राष्ट्र की परम्परा)लोग अपने मेंजीने लग गए है।अपने कहलाने वालेलोग कहाँ रह गए है?...
जिस सन्तान को पाल पोसकर बड़ाकिया वही उन्हें डांटकर चुप करवाए,स्वाभाविक है उनके मन...
हिसार(राष्ट्र की परम्परा)गहन लगे सूरज की भांति ढल रहा है आदमी।अपनी ही चादर को...
हिसार(राष्ट्र की परम्परा)अगर चाहो तुम सूरज बनना,बनकर के दीप जलो।गर खिलना है फूलों-सा,काँटों पर...
कुछ मंज़िलें अकेले ही पार होती हैं,कुछ लड़ाइयाँ अकेले लड़नी पड़ती हैं,दुनिया में आते...
काव्यगोष्ठी आयोजित गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)l किसानों की मार्मिक दशा का चित्रण करते हुए युवा...
दीपक बनकर तम दूर करें,धरती जैसा हो सहिष्णु बने,वृक्षों जैसा परोपकारी होकरतन मन से...
सनातन संस्कृति की कुछ श्रेष्ठ नहीसर्वश्रेष्ठ मान्यतायें होती हैं, ग्रंथों मेंगीता प्राणियों में गोमाता,...