खामोशी से सभी काम होते हैं,किसान खेत में काम करते हैं,जैसे पेंड़ और पौधे...
कविता
कविता की रचना जब कोई कविअपनी कल्पना में जाकर करता है,यदि पाठक रचना में...
सच बोलना मूलभूत प्रकृति वसंवेदनशील सहज प्रवृत्ति है,झूठ सुनकर यदि हमें दुख होता है,ऐसे...
अंबर से धरती तक तीनों लोकों में,चमक रहे सूर्यदेव उनको प्रणाम है।जगत प्रकाशित जिनसे...
हे भोलेनाथ कृपालु हरे,शिव शम्भू हे औढरदानी।दयालु हृदय हे करुणाकर,महादेव की अकथ कहानी॥ निमिषमात्र,...
बड़े बड़े महलों को ढहते देखा है,उन महलों में रहने वालों को देखा है,भूखे...
परंपरा व आस्था पर प्रहार,सरेआम आधुनिक भारत में,अपने ही लोगों के द्वारा देखा,वो रौंद...
वादा करो कि बेलन का उपयोगचपाती बनाने के लिये ही करोगी,वादा दिवस, पति देव...
वसन्त पंचमी की नवपूजा होगी,माँ सरस्वती तव अर्चना होगी,वीणावादिनि की आरती होगी,माँ शारदे श्वेतवस्त्रालंकृता...
अपनी माँ की ममता का सागरबेटी सबकी आँखों का तारा है,मैं बतलाऊँ कैसे हमने...
दर्पण नहीं मुखौटे बदलते रहते हैं,लोकतंत्र में संविधान नहीं साँसद,विधायक व मंत्री बदलते रहते...
भाषाई शब्द ऐसे परिधान होते हैंजिन्हें शालीनता से पहना जाता है,शालीनता त्याग देते ही...
हमारे माता-पिता, पति-पत्नी,पुत्र-पुत्री, मित्र, सगे सम्बन्धी,क्या वास्तव में ये जीवनसाथी हैं,नहीं, जीवनसाथी तो शरीर...
सुनिए एक मेहनतकश की कहानी,अब तक की उसकी ही ज़ुबानी,जब मैं छोटा था, हम...
आया बसन्त आया बसन्त,दिवदिगन्त में छाया बसन्त।तरु पल्लव किसलय झूम रहे,खेतों में सरसों फूल...