देवरिया।(राष्ट्र की परम्परा)जिले के गांधी सभागार में आयोजित दिशा (DISHA) की बैठक उस समय चर्चा का विषय बन गई जब बरहज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक दीपक मिश्रा उर्फ शाका अधिकारियों पर उपेक्षा का आरोप लगाकर मीटिंग बीच में ही छोड़कर बाहर निकल गए। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बैठक की अध्यक्षता सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी कर रहे थे। जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारी, सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि बैठक में मौजूद थे। मीटिंग की शुरुआत होते ही विधायक दीपक मिश्रा ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीते तीन वर्षों से उनके विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है। अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते और न ही कोई विकास कार्य समय से पूरे किए जा रहे हैं।
विधायक ने विशेष तौर पर सोनू घाट बरहज मार्ग और करूंअना-मगहरा मार्ग का मुद्दा उठाया और नाराजगी जताई कि इन सड़कों को लेकर कई बार अधिकारियों से पत्राचार और मौखिक वार्ता के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
विधायक का कहना था,
“तीन साल से लगातार उपेक्षा झेल रहा हूं। अधिकारी न तो योजना पूरी कर रहे हैं और न ही कोई जवाब देते हैं। ऐसी बैठकों में बैठकर चाय पीने से क्या फायदा? जब क्षेत्र का काम ही नहीं हो रहा है तो मीटिंग में रहना बेकार है।”
इसके बाद वे बैठक कक्ष से बाहर निकल गए। इस पूरे घटनाक्रम का किसी ने वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
विधायक ने फोन पर क्या कहा?
वायरल वीडियो की पुष्टि के बाद जब विधायक दीपक मिश्रा से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा,
“मैं कोई दिखावा नहीं करता। मेरे क्षेत्र की जनता मुझसे उम्मीद रखती है। जब लगातार उपेक्षा हो रही है तो मीटिंग में बैठकर औपचारिकता निभाने का कोई अर्थ नहीं है।”
प्रशासनिक अमले में मचा हड़कंप
विधायक के इस तरह बैठक से उठकर चले जाने के बाद प्रशासनिक महकमे में भी हलचल देखी गई। कुछ अधिकारियों ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन वे बाहर निकलकर चले गए।
यह घटना जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच समन्वय की कमी को उजागर करती है। अब देखना यह होगा कि सांसद व जिलाधिकारी इस मामले पर क्या रुख अपनाते हैं और बरहज क्षेत्र की विकास योजनाओं पर कोई ठोस कदम उठाया जाता है या नहीं।
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