March 14, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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थाने से सुरक्षा मांगे थे भाजपा नेता हो गई थी हत्या:अब आरोपी हुए बेटे के जान पर हमलावर

भाटपार रानी/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्थित भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के बनकटा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम छितौनी निवासी उमाशंकर राय जो भारतीय जनता पार्टी के नेता रहे उनकी पूर्व के वर्षों में दिनांक 21/08/18 को 7,00 सायं के समय भडसर चौराहे पर भरे बाजार हत्या कर दी गई थी। घटना में शामिल रहे कुल अभियुक्तों में से चार अभियुक्तों देवेंद्र यादव,दानसिंह यादव, अमित, व रंजीत की सजा हुई थी जबकि दो अभियुक्त क्रमशः रोहित व ब्रह्म यादव बरी हुए थे। वहीं बताते चलें कि हत्या से पूर्व लगातार जान माल के सुरक्षा हेतु भाजपा नेता दरख्वास्त देते ही रहे थे।जो इस बीच में ही उनके आवेदन पर पहला मुकदमा दिनांक 05/11/2017/ को मुकाम अपराध संख्या 213/2017 (147,149,504,506,352,452,336,427, क्रमांक (1) तथा 07/12/17 मुकदमा अपराध संख्या 0223/2017 (2)(147,148,149,323,324,506,) के जरिए उनके जान माल के सुरक्षा को दर्ज हुआथा। जिस क्रम में स्थानीय पुलिस द्वारा प्रायः कठोरतम कार्यवाही के कदम उठाए जाने के अभाव में संबंधित के मनोबल बढ़ गए।जिससे कि दिनांक 21/08/18 को समय करीब 7,00 सायं के समय भडसर चौराहे पर भरे बाजार लाठी डंडों से पीट पीट कर जघन्यतम तरीके से भाजपा नेता की हत्या कर दी गई थी। जिसके उपरांत पुनः हत्या में मुकामी अपराध संख्या 144/2018(147,148,149,323,352,504,506,302,34, व 7 सी0एल0एक्ट) के तहत अभियोग दर्ज हुआ वहीं अभियुक्तों पर गैंगस्टर 3 (1) के तहत भी मामले दर्ज हुए थे।अब जबकि संबंधित बचे शेष जनों के द्वारा पुनः एक बार स्वर्गीय राय के पुत्र नरेन्द्र राय जो वर्तमान भाजपा युवा मोर्चा ब्लाक अध्यक्ष भी हैं के साथ भी हुबहु वैसी ही घटना उसी स्थान पर दोहराने की कोशिश की गई है। जैसा की आरोप स्वर्गीय राय के पुत्र नरेन्द्र राय द्वारा स्थानीय बनकटा थाने में दिए अपने तहरीर में लगाए गए हैं। जिसमें लिखा है कि उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है। आरोप है 09/02/025 को पूर्व में पिता के हत्या की घटना में बरी हुए अभियुक्तों में से रोहित यादव, संत यादव, व राजेश यादव द्वारा उसी चौराहे पर पूर्व की भांति हत्या हेतु सुनयोजित प्लान की गई थी।भाजपा नेता द्वारा स्थानीय पुलिस को दिए आवेदन में कहना है कि पहले से ही उन्हें गवाही नहीं करने कराने तथा केस की पैरवी छोड़ने की धमकी मिलती आ रही है। आरोप है कि छुट कर आए मुलजिम नरेंद्र राय के घर पर चढ़ कर खुलेआम जान मारने की धमकी आदि दे रहे हैं। वहीं उनके इस प्रार्थना पत्र पर एकबार फिर से वही मुकदमा दर्ज कर स्थानीय पुलिस द्वारा इतिश्री कर लिया गया है।वहीं दूसरी तरफ मुकदमे के दर्ज होते ही 13 फरवरी को देर रात समय करीब 9,से 10, रात्रि के करीब पर पुनः राय के घर पर हमला की सूचना स्थानीय पुलिस को राय द्वारा दी गई जिसमें एक अभियोग पहले से ही दर्ज होने के वावजूद भी आरोपियों द्वारा घर पर रात में हमले करने से परिवार में भय व्याप्त हैं। कि कहीं पुराने घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो
आखिर कार अब देखना होगा कि क्या एक बार पुनः पुलिस का रवैया जो कि पुराने ढर्रे पर ही चलता दिख रहा है वही रहेगा। या फिर स्वर्गीय भाजपा नेता के बेटे की अब भी जान स्थानीय पुलिस द्वारा बचाई जा सकेगी। हालांकि पुलिस के द्वारा। फिलहाल जैसा कि सक्रियता एवं भय अपराधियों में होना चाहिए ऐसा कहीं भी नहीं दिख रहा है।