पटना,(राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। राजधानी पटना में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के बाद से पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। घटना पारस अस्पताल परिसर में हुई थी, जहां अपराधियों ने सरेआम चंदन मिश्रा को गोली मार दी थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने न सिर्फ पटना बल्कि पूरे बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हत्या के बाद से पुलिस ने सघन छापेमारी अभियान चलाते हुए कार्रवाई तेज कर दी है। अब तक की कार्रवाई में बंगाल से 4 शूटरों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं भोजपुर जिले में दो अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए अपराधियों से गहन पूछताछ की जा रही है, जिससे कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
पूछताछ में सामने आई पूरी साजिश
पुलिस की पूछताछ में अब तक सात अपराधियों की संलिप्तता की पुष्टि हुई है। यह सभी आरोपी सुनियोजित तरीके से चंदन मिश्रा की हत्या की साजिश में शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक, वारदात को अंजाम देने के लिए शूटरों को बंगाल से बुलाया गया था। उनकी लोकेशन, ठहरने की व्यवस्था और हथियारों की आपूर्ति स्थानीय नेटवर्क के जरिए की गई थी।
पुलिस ने बनाई विशेष जांच टीम
राज्य सरकार के निर्देश पर इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित की गई है, जो हत्या से जुड़े हर पहलू की जांच कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल डाटा, कॉल रिकॉर्ड और बैंक ट्रांजेक्शन को खंगाला जा रहा है।
गैंगवार या कारोबारी दुश्मनी?
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि चंदन मिश्रा की हत्या गैंगवार के चलते हुई या किसी कारोबारी दुश्मनी का नतीजा थी — पुलिस इस दिशा में भी गहन जांच कर रही है। चंदन मिश्रा की आपराधिक पृष्ठभूमि और उसके संपर्कों की भी तहकीकात जारी है।
बढ़ाई गई सुरक्षा
घटना के बाद पटना समेत राज्यभर में प्रमुख गैंगस्टरों की गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। जेल में बंद शातिर अपराधियों के खिलाफ निगरानी और कड़ी कर दी गई है।फिलहाल पुलिस की प्राथमिकता सभी सात आरोपियों की गिरफ्तारी और इस हत्याकांड की गहराई तक पहुंचने की है।
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