
बेंगलुरु(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) कर्नाटक विधानसभा ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए बैंगलोर सिटी यूनिवर्सिटी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री और दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर रखने संबंधी विधेयक पारित कर दिया। सत्ता पक्ष ने इस निर्णय को देश के पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि बताते हुए स्वागत किया, वहीं विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस पर ऐतराज जताया।
विपक्ष के सुझाव विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा कि किसी मौजूदा विश्वविद्यालय का नाम बदलना सही परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा, “यदि वास्तव में डॉ. मनमोहन सिंह को सम्मान देना है तो उनके नाम पर एक नया विश्वविद्यालय स्थापित किया जाना चाहिए, ताकि यह एक स्थायी स्मारक बन सके।”
भाजपा विधायक सुरेश गौड़ा ने इस बहस में भाग लेते हुए कहा कि प्रदेश के अन्य महान व्यक्तित्वों को भी समान महत्व मिलना चाहिए। उन्होंने मांग की कि तुमकुर विश्वविद्यालय का नाम प्रख्यात संत शिवकुमार स्वामीजी के नाम पर रखा जाए, जिन्हें उनके अनुयायी “नादेदादुवा देवरु” (चलता-फिरता भगवान) के रूप में पूजते थे।
सरकार का रुख सत्ता पक्ष ने कहा कि यह कदम डॉ. मनमोहन सिंह के देश और समाज के प्रति योगदान को मान्यता देने के लिए उठाया गया है। सरकार का तर्क है कि बैंगलोर सिटी यूनिवर्सिटी का नामकरण छात्रों को प्रेरित करेगा और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को उजागर करेगा।
विधानसभा में बहस के बाद विधेयक पारित कर दिया गया। अब यह विधेयक राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा, जिसके बाद आधिकारिक रूप से बैंगलोर सिटी यूनिवर्सिटी का नया नाम “डॉ. मनमोहन सिंह यूनिवर्सिटी” होगा।