बलिया ( राष्ट्र की परम्परा) सर्व सेवा संस्थान, नवरतनपुर द्वारा विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को डाउन सिंड्रोम के बारे में लोगों को बताना, साथ ही हम इस सिंड्रोम से प्रभावित दिव्यांग बच्चों एवं व्यक्तियों को सामाज के मुख्यधारा में कैसे जोड़ेंगे इसके बारे में अभिभावक को बताया गया। इस अवसर पर ममता प्रजाति प्राचार्या सर्व सेवा संस्थान ने बताया कि विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस (WDSD), 21 मार्च, एक वैश्विक जागरूकता दिवस है जिसे 2012 से संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक तौर पर मनाया जाता है। विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस की तारीख तीसरे महीने का 21 वां दिन है, जिसे ट्रिप्लिकेशन की विशिष्टता को दर्शाने के लिए चुना गया था। 21वें गुणसूत्र का (ट्राइसोमी) जो डाउन सिंड्रोम का कारण बनता है । डाउन सिंड्रोम वाले लोगों में अक्सर एक विशिष्ट चेहरे की छोटी होती है जिसमें चेहरे पर एक चपटा उपस्थिति, आंखों के बाहरी कोने जो ऊपर की ओर इशारा करते हैं (ऊपर की ओर तालु की दरारें), छोटे कान, एक छोटी गर्दन और एक जीभ जो बाहर निकलती है। इस अवसर पर सतीश, रिमांशु, खुशबू, अतुल , सुनील प्रजापति, संदीप प्रजापति आदि उपस्थित रहे।
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