November 22, 2024

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1979 हुआ था अतीक का पहला मामला, अब बन चुका है शतक

नई दिल्ली एजेंसी।अतीक अहमद को कोर्ट ने 28 मार्च पेश होने के लिए कहा था। इसके बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस अतीक अहमद को साबरमती जेल से राज्य में लाने पहुंची थी। उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक अहमद और उसके परिवार का नाम आया था। फिलहाल अतीक अहमद प्रयागराज जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस की निगरानी में उसे प्रयागराज के नैनी जेल में ले जाया जा रहा है। प्रयागराज की एमपी/एमएलए कोर्ट में अतीक अहमद को मंगलवार सुबह सजा सुनाई जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो यह उसकी पहली सजा होगी। अतीक अहमद के खिलाफ पहला मुकदमा 1979 में दर्ज हुआ था। यह हत्या का मुकदमा था। हालांकि तब से लेकर अब तक अतीक अहमद के खिलाफ 100 मुकदमा दर्ज हो गए हैं लेकिन उसे अब तक किसी मामले में सजा नहीं मिले हैं। इसे अतीक अहमद का सियासी रसूख भी कहा जा सकता है। कई मौके ऐसे भी आए जब उसके खिलाफ केस भी वापस ले लिया गया था। अतीक अहमद का पूरा परिवार अपराध की दुनिया में शामिल है। अतीक अहमद का भाई, सभी बेटे, पत्नी पर भी मुकदमा दर्ज है। जिस प्रयागराज के नैनी जेल में अतीक अहमद को ले जाया जा रहा है वहां पहले से ही एक बेटा अली अहमद और भाई खालिद अजीम मौजूद है। माना जाता है कि अतीक अहमद जमीन पर अवैध कब्जा को लेकर सुरक्षा में रहता था। उसका कुनबा बहुत बड़ा था। अतीक और उसके कुनबे के खिलाफ अब तक 161 मुकदमा दर्ज हैं। 

फिलहाल उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक अहमद का बेटा असद 5 लाख का इनामी बदमाश है। असद की उम्र 19 साल है। फिलहाल अतीक कुनबे का असद सबसे बड़ा इनामी बदमाश है। वहीं, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पर तीन मुकदमे दर्ज है। वह भी फरार चल रही है। उसके ऊपर भी 25000 का इनाम रखा गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रयागराज ले जाए जाने से पहले अहमदाबाद में साबरमती केंद्रीय जेल से बाहर निकलने के बाद माफिया अतीक अहमद ने रविवार को आशंका जताई कि उसकी हत्या की जा सकती है। अतीक इस जेल में जून 2019 से बंद है। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अतीक अहमद को उसके गृह राज्य (उत्तर प्रदेश) से साबरमती जेल स्थानांतरित कर दिया गया था।