अंकिता भंडारी के अंतिम संस्कार की तैयारियों के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है. अंकिता के पिता ने सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए अंतिम संस्कार कराने से मना कर दिया है. उन्होंने दोबारा पोस्टमार्टम कराने की भी मांग की है. अंकिता के पिता ने सवाल उठाया कि आखिर रिसॉर्ट को क्यों तोड़ा गया. उन्होंने कहा कि रिसॉर्ट को तोड़कर सबूत मिटाने की कोशिश की गई है. वहीं प्रशासन अंतिम सस्कार के लिए परिजनों को मनाने में जुटा हुआ है. बता दें कि अंकिता भंडारी की प्रोविशनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसकी मौत से पहले उसके साथ मारपीट की गई. साथ ही डूबने को मौत का कारण बताया गया है।
अंकिता भंडारी के भाई अजय सिंह ने कहा कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आती तब तक हम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. प्रोविजनल रिपोर्ट में दिखा है कि उसे मारा-पिटा गया और उसके बाद उसे नदी में डाल दिया गया. हम फाइनल रिपोर्ट का इंतजार करेंगे. वहीं अंकिता भंडारी हत्याकांड में गठित एसआईटी की प्रभारी डीआईजी पी. रेणुका देवी ने कहा किहमने रिसॉर्ट में काम करने वाले सभी लोगों की सूची ली है और सब को पुलिस थाने में बुलाया है और उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है. हम रिसॉर्ट की भी जांच कर रहे कि कैसे लाइसेंस मिला और कैसे संचालित होता था।अंकिता भंडारी के शोक में आज श्रीनगर का बाजार भी बंद किया गया है. बाजार बंद करने का आह्वान व्यापार संघ ने किया है।एक रिजॉर्ट की लापता रिसेप्शनिस्ट का शव शनिवार सुबह चीला नहर से बरामद हुआ. उसकी हत्या का आरोप भाजपा नेता के बेटे पर है.इस मामले का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य रिसॉर्ट का मालिक है जहां पीड़िता नौकरी करती थी. पुलकित हरिद्वार से भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा है. विनोद आर्य उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं. भाजपा नेता के बेटे ने गैरकानूनी तरीके से पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में इस रिजॉर्ट का निर्माण कराया था जिसे शुक्रवार रात ध्वस्त कर दिया गया था।
सीएम पुष्कर धामी ने शनिवार को कहा था किआरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुलडोजर द्वारा कार्रवाई की गई है. हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.पुलकित आर्य, रिसॉर्ट के प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को लड़की की हत्या करने और शव चीला नहर में फेंकने का अपराध स्वीकार करने के बाद शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था।पौड़ी के एएसपी शेखर चंद्र सुयाल ने शुक्रवार को बताया था कि शुरुआत में आरोपियों ने पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया. लड़की का शव मिलने से पहले उसके अभिभावकों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह सोमवार से लापता है।
मुख्यमंत्री धामी ने एक ट्वीट में कहा था कि अंकिता भंडारी के पिताजी से फोन पर बात कर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की. साथ ही, उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार इस जघन्य अपराध की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई करेगी जो इस प्रकार के घृणित कार्य को करने वाले अपराधियों के लिए एक नजीर साबित होगी. वहीं उत्तराखंड भाजपा इकाई ने आरोपी के पिता और भाई को किया बर्खास्त कर दिया है.
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