
मुम्बई(राष्ट्र की परम्परा) रेल मंत्रालय जहां एक तरफ देश भर में रेल विभाग को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने का हरसंभव प्रयास में जुटा हुआ है यहां तक की वन्देभारत जैसी ट्रेनें हर राज्य में चलाने की कवायद में जुटा हुआ है, वहीं रेलवे स्टेशनो पर मिलने वाले घटिया खाद्य पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने में असफल साबित हो रहा है। जिसके कारण बड़ी संख्या में यात्रियों ने आक्रोश जताया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले जबलपुर, इटारसी, खंडवा, भुसावल, जलगांव तथा अन्य रेल स्टेशनो पर लंबे अरसे से घटिया और दूषित खाद्य पदार्थों की बिक्री खोमचे वालों द्वारा की जा रही है। यात्रियों को इन खाद्य पदार्थों को लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है। अनेक यात्रियों की यह भी शिकायत है कि समोसा , वड़ा पाव, भजिया, पाव भाजी, रेल नीर, चाय और कॉफी की बिक्री करने वाले उनसे ज्यादा पैसे भी वसूल रहे हैं। फिर भी रेल मंत्रालय घटिया दर्जे की खाद्य पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध नही लगा पा रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मुंबई के लोकप्रिय उपाध्यक्ष संजीव उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने प्रयागराज से मुंबई और मुम्बई से दिल्ली तक की ट्रेनों में वातानुकुलित डिब्बे में अनेकों बार यात्रा करने के दौरान खाद्य पदार्थों का जायजा लिया है, किंतु दुख की बात यह है कि रेल मंत्रालय ने ट्रेनों, रेल स्टेशनो को अत्याधुनिक तर्ज पर बनाने का युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहा है लेकिन रेलवे स्टेशन पर बिकने वाले घटिया खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक नहीं लगा पा रहा है।
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