मऊ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)जनपद के जहानाबाद ब्लॉक से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहाँ की निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख (संजय यादव की पत्नी) ने गंभीर आरोप लगाया है कि उनके पति संजय यादव को फर्जी पुलिसकर्मी बनकर उठाया गया है।
संजय यादव हाल ही में जेल से छूटकर बाहर आए थे। उल्लेखनीय है कि गाजीपुर जेल में भी उनके ऊपर कथित एनकाउंटर की कोशिश की चर्चा तेज रही थी। इसी कड़ी में संजय यादव की पत्नी ने कहा है कि इस पूरे खेल के पीछे गाजीपुर के एक मंत्री का इशारा है।
पुरानी घटनाओं से उठी आशंका पत्नी ने आरोप लगाया है कि वाराणसी में बसपा नेता अजय यादव की हत्या भी इसी तरह फर्जी STF बनकर की गई थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कहीं उसी स्क्रिप्ट को दोहराने की तैयारी तो नहीं की जा रही।
विवादों से जुड़ रहा मामला बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला ठेकेदारी विवाद और कुछ समय पहले वायरल हुए “गाली प्रकरण” से भी जुड़ा हुआ है।
संवैधानिक सवाल इस घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है –यदि कोई अपराधी है भी, तो क्या पुलिस की आड़ में फर्जी कार्रवाई करना संवैधानिक है?
यदि इस तरह हत्या होती है तो मुकदमा और जांच केवल औपचारिकता बनकर रह जाएगी, जबकि असल में बड़े माफिया जेल से छूट जाएंगे।
नतीजा संजय यादव को फर्जी पुलिसकर्मी बनकर उठाए जाने का यह मामला अब राजनीतिक सरगर्मी और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। स्थानीय लोग और परिजन उनके जीवन को लेकर भयभीत हैं।