
नामजद चार अभियुक्त भेजे गए जेल
बरहज/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) जीएसटी अधिवक्ता अर्जुन जायसवाल के भाई अखिलेश जायसवाल पर, बुधवार की शाम को आधा दर्जन लोगों ने सुनियोजित षणयंत्र के तहत हत्या करने की नियत से, दुकान में घुसकर धारदार हथियारों से हमला करके अधमरा कर दिया था। मामले में बरहज पुलिस ने पांच नामजद और दो अज्ञात व्यक्तियों पर हत्या का प्रयास सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए,नामजद अभियुक्तों को जेल भेज दिया है I
ज्ञात हो कि आजाद नगर दक्षिणी निवासी जीएसटी अधिवक्ता अर्जुन जायसवाल की, मेन रोड पुराने अस्पताल बरहज के सामने कपड़े व विसारता की दुकान है । 22 फरवरी को प्रातः करीब 10 बजे उक्त दुकान पर एक ग्राहक के आ जाने से नाराज पड़ोसी दुकानदार, राजकुमार उर्फ दुखंती पुत्र स्व. सीताराम अपने पुत्र विष्णु व दीपक के साथ मेरे दुकान पर चढ़कर मारपीट की घटना को अंजाम दिया, जिसकी तहरीर अधिवक्ता के भाई अखिलेश जायसवाल ने थाना पर दिया था,जिसपर पुलिस द्वारा डॉक्टरो द्वारा मुलाइजा कराया गया था, जिसमें बरहज पुलिस ने उक्त आरोपियों पर मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया था I किन्तु इसके बावजूद आरोपी माने नहीं और पुनः राजकुमार उर्फ दुखंती एक सुनियोजित षड्यंत्र करके, अपने उपरोक्त पुत्रों व अन्य पुत्र केशव उर्फ़ केशरी व महेश एवं अज्ञात दो लोगों के साथ मिलकर सायं करीब 6 बजे लोहे की राड व धारदार हथियारों से लैस, गोलबन्द होकर, हत्या करने की नियत से मेरे दुकान में घुस आये और भद्दी-भद्दी गालियां व तोड़फोड़ करते हुए, भाई अखिलेश जायसवाल व अमित जायसवाल पर हमलावर हो गये । केशव पुत्र राजकुमार गोंसाई ने दाव (धारदार हथियार) से अखिलेश के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिया, जिससे उसके सर की हड्डी टूटकर सर में धंस गई और खून की धार बहने लगी । प्राणघातक हमला करता देख व चीख पुकार सुनकर दर्जनों लोग इकट्ठा हो गए और बीच बचाव किया तब जाकर हमलावरों ने बख्शा I सभी हमलावर हथियारों को लहराते हुए जान-माल की धमकी देते हुए फरार हो गए। लोगों की मदद से अधमरे अखिलेश को सीएचसी बरहज पहुंचाया गया। जहां चिकित्सको ने सदर अस्पताल देवरिया, रेफर कर दिया। जिला अस्पताल पर भी चिकित्सकों द्वारा गंभीर हालत को देखते हुए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज में घण्टे भर अखिलेश भर्ती रहा, लेकिन पर्याप्त उपचार की व्यवस्था व हालत में सुधार न होता देख, अधिवक्ता ने अपने भाई अखिलेश को मेडिकल कॉलेज रोड स्थित सीटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां अखिलेश के सिर का आपरेशन हुआ है, अब भी वह आईसीयू के वेंटीलेटर पर अचेतावस्था में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। पीड़ित अधिवक्ता अर्जुन जायसवाल ने 23 फरवरी को सीटी अस्पताल पहुंचे एसआई सदानंद यादव को पांच नामजद और दो अज्ञात अभियुक्तों पर मुकदमा दर्ज करते हुए, परिवारजनों के जान माल की रक्षा की गुहार लगाई थी । चिकित्सकों के रिपोर्ट व अखिलेश के मरणासन्न और गंभीर हालात को देखकर बरहज पुलिस ने दर्ज मुक़दमा अपराध संख्या- 0059 में अंकित आईपीसी की धारा 323, 504, 506 में धारा 147,148,149 व 307 की बढ़ोत्तरी करते हुए नामजद राजकुमार उर्फ़ दुखंती पुत्र स्व. सीताराम, दीपक, विष्णु व केशव उर्फ़ केशरी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया I
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