हावड़ा–मुंबई रेल मार्ग पर हाथियों की आवाजाही से अलर्ट, चक्रधरपुर रेल मंडल में कई मेमू व पैसेंजर ट्रेनें रद्द
चक्रधरपुर (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)चक्रधरपुर रेल मंडल में हावड़ा–मुंबई मुख्य रेल मार्ग पर हाथियों की लगातार आवाजाही के चलते रेलवे प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। यात्रियों और वन्यजीवों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए रेलवे ने एहतियातन पांच जोड़ी मेमू और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है। यह कदम बुधवार, 17 दिसंबर को रेल पटरियों के आसपास हाथियों के लगातार विचरण की सूचना मिलने के बाद उठाया गया।
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रेलवे अधिकारियों के अनुसार नुआगांव–राउरकेला, चक्रधरपुर–राउरकेला और राउरकेला–झारसुगुड़ा रेल खंडों में हाथियों की गतिविधि सबसे अधिक देखी जा रही है। इन संवेदनशील क्षेत्रों में ट्रैक की लगातार निगरानी की जा रही है। सुरक्षा के मद्देनज़र लंबी दूरी की ट्रेनों की गति घटाकर 10 किलोमीटर प्रति घंटे कर दी गई है। साथ ही एक्सप्रेस ट्रेनों के लोको पायलटों को निर्देश दिए गए हैं कि वे हॉर्न बजाते हुए सतर्कता के साथ आगे बढ़ें, ताकि किसी भी संभावित दुर्घटना को रोका जा सके।
रद्द की गई ट्रेनों में चक्रधरपुर–राउरकेला मेमू, टाटा–राउरकेला–टाटा मेमू, हटिया–झारसुगुड़ा–हटिया मेमू, राउरकेला–झारसुगुड़ा–राउरकेला मेमू और बिरमित्रपुर–बरसुवां–बिरमित्रपुर पैसेंजर शामिल हैं। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति की जानकारी अवश्य प्राप्त करें।
घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए रेलवे ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित हाथी घुसपैठ पहचान प्रणाली (EIDS) स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। वन विभाग और चक्रधरपुर रेल मंडल प्रशासन आपसी समन्वय से हाथियों को सुरक्षित जंगल की ओर मोड़ने और रेल पटरियों पर उनके प्रवेश को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। रेलवे का कहना है कि स्थिति सामान्य होने तक निगरानी और एहतियाती कदम जारी रहेंगे।
