
कागजों के माध्यम से फर्जी खरीदारी में जुटे सचिव
नीरज मिश्र
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। जिले में आगजनी को लेकर किसान अपने गेहूं की फसल सुरक्षित करने में लगे हुए हैं।जिसको लेकर जिला प्रशासन भी कमर कस चुकी है। सरकार की मंशा और रुपरेखा के अनुसार तैयार होकर अलग-अलग केन्द्र के लक्ष्य के साथ जिला प्रशासन ने गेहूं क्रय के लिए एक मार्च से ही राजकीय क्रय केंद्र खोलकर गेहूं की खरीदारी सुनिश्चित कर दिया है। सरकार ने गेहूं
का समर्थन मूल्य 2425 ₹ प्रति कुन्तल की दर से निर्धारित किया है।लेकिन कुछ जगहों पर सिर्फ आंख मिचौली का खेल खेला जा रहा है। ऐसा ही मामला सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत बागापार और सोनरा का है जहां पर आज तक गेहूं की खरीदारी सिर्फ कागजों तक सीमित है ।
प्राप्त समाचार के अनुसार सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत बागापार और सोनरा में साधन सहकारी समिति लि व बी.पैक्स लि. केन्द्र पर राजकीय गेहूं क्रय केंद्र का संचालन 01 मार्च 2025 से शुरू हो गया है। इस वर्ष 2025- 26 में बागापार का लक्ष्य लगभग 4000 कुन्तल का है।वही ग्राम सभा सोनरा मे गेहूं क्रय केंद्र का लक्ष्य लगभग 3000 कुन्तल के करीब रखा गया है। यह लक्ष्य 01 मार्च 2025 से 15 जून 2025 तक पूरा करना है। बागापार व सोनरा में कागजों के माध्यम से फर्जी खरीदारी दिखा कर जिला प्रशासन के सामने आंख मिचौली का खेल खेला जा रहा है। ऐसा ही मामला बागापार व सोनरा में देखा गया। गेंहू खरीदारी के विषय पर जब साधन साधन सहकारी समिति लि. व बी. पैक्स लि. केन्द्र के सचिव चंद्रभान पांडेय से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बागापार में 01 मार्च से 03 अप्रैल तक कुल 28 कुन्तल गेहूं तौल किया गया है।जिसमे जवाहिर लाल यादव निवासी बागापार का 10 कुन्तल और प्रेम चन्द यादव निवासी सोनरा का 18 कुन्तल हुआ है। इस केंद्र पर 210 किसानों ने गेंहू विक्रय के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।वही ग्राम पंचायत सोनरा में राजकीय गेंहू क्रय केन्द्र पर सिसवनिया निवासी रामदयाल का 15 कुन्तल गेंहू क्रय किया गया है। बताते चले कि बागापार व सोनरा गेहूं क्रय केन्द्र पर चन्द्रभान पांडेय प्रभारी है। जो कागजों के माध्यम से फर्जी खरीदारी में जुटे सचिव का सच उजागर तब हो गया।जब इन्होंने अपने केन्द्र पर तैनात चौकीदारों के नाम से गेहूं खरीदारी दिखा कर सरकारी कोरम पूर्ति किया है। जबकि धरातल पर ऐसा कुछ नही है। इस बात की सच्ची जानकारी लेने जब मीडिया बागापार निवासी जवाहिर लाल यादव के पास पहुंची तो पता चला कि गेंहू की फसल अभी कटा ही नही है। जिसे लेकर किसानों ने डीएम से अपील किया कि आखिर कब तक बागापार व सोनरा गेहूं क्रय केन्द्र पर आँख मिचौली का खेल चलता रहेगा। सम्बन्धित सचिव द्वारा प्रतिवर्ष कागजों के माध्यम से फर्जी खरीदारी दिखा कर लाखों रुपये का हेरा फेरी किया जाता है, लेकिन इस प्रभारी के विरुद्ध सम्बन्धित उच्चाधिकारियों द्वारा कार्यवाही नही किया जाता है। इस सम्बन्ध में कोऑपरेटिव एआर सुनील कुमार गुप्ता से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नही है। एडीओ को भेज कर जांच करा रहा हूं। दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी ।
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