बरेली/गाजियाबाद (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर के बाहर हुई फायरिंग के दोनों आरोपियों की मौत हो गई है। एडीजी (लॉ) अमिताभ यश ने पुष्टि की कि पुलिस मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल दोनों बदमाशों ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
यह मामला 12 सितंबर की तड़के सामने आया था, जब करीब 3:45 बजे बाइक सवार दो बदमाशों ने बरेली स्थित दिशा पाटनी के पैतृक घर पर करीब नौ राउंड फायरिंग की थी। इस वारदात की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर गोल्डी बरार गिरोह ने ली थी, जिसने अभिनेत्री की बहन खुशबू पाटनी द्वारा संतों पर कथित टिप्पणी को लेकर नाराजगी जताई थी।
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घटना के बाद उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF), दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और हरियाणा एसटीएफ ने संयुक्त जांच शुरू की। जांच एजेंसियों ने 2500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, पड़ोसी राज्यों के आपराधिक रिकॉर्ड मिलाए और खुफिया तंत्र के जरिए आरोपियों तक पहुंच बनाई।
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पुलिस को आरोपियों की गतिविधियों का सुराग गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी में मिला। यहां मुठभेड़ के दौरान रविंद्र (रोहतक निवासी) और अरुण (सोनीपत निवासी) पुलिस की गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उनकी मौत की पुष्टि की।
पुलिस ने मौके से एक ग्लॉक पिस्तौल, एक जिगाना पिस्तौल और कारतूस बरामद किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभिनेत्री दिशा पाटनी और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। साथ ही, पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों और साजिशकर्ताओं की तलाश तेज कर दी है।
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फॉरेंसिक रिपोर्ट, पोस्टमॉर्टम और घटना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। बरेली और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था भी और कड़ी कर दी गई है।
यह घटना एक बार फिर इस तथ्य को सामने लाती है कि हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और खुफिया एजेंसियों को निरंतर सतर्क रहना आवश्यक है। साथ ही, इस मुठभेड़ ने यह भी साबित किया कि जब सभी एजेंसियां समन्वय के साथ काम करती हैं तो अपराधियों तक तेजी से पहुंचा जा सकता है।