नईदिल्ली एजेंसी।दिल्ली, पंजाब और गोवा में पहले से ही राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने वाली आम आदमी पार्टी अब राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर चुकी है। गुजरात में आम आदमी पार्टी अपनी उम्मीदों के मुताबिक भले प्रदर्शन नहीं कर पाई हो लेकिन उसे अब एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त हो गया है। देश में अब भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी एकमात्र ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है जिसकी दो या दो से ज्यादा राज्यों में सरकार है। आम आदमी पार्टी की जहां दिल्ली और पंजाब में सरकार है वहीं कांग्रेस के पास छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सरकार है। वहीं भाजपा डेढ़ दर्जन से ज्यादा राज्यों में स्पष्ट बहुमत अथवा गठबंधन के माध्यम से सरकार चला रही है।
जहां तक आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा मिलने की बात है तो आपको बता दें कि एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए, एक राजनीतिक संगठन को कम से कम चार राज्यों में मान्यता प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए किसी दल को राज्य की कम से कम दो सीट पर जीत और विधानसभा चुनाव में छह प्रतिशत वोट हासिल करने की आवश्यकता होती है।
10 साल पहले अन्ना आंदोलन से जन्मी आम आदमी पार्टी ने इस साल हुए उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब और गोवा के विधानसभा चुनावों में भी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा था। उत्तराखण्ड, पंजाब और गोवा के लिए तो आम आदमी पार्टी ने अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों की भी घोषणा की थी लेकिन पंजाब में भगवंत मान को छोड़ कर उत्तराखण्ड और गोवा के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार खुद चुनाव हार गये थे। उत्तरखण्ड में आम आदमी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी लेकिन गोवा विधानसभा में वह दो सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही थी। हालिया गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में भी आम आदमी पार्टी ने जोरशोर से चुनाव लड़ा था लेकिन दोनों ही राज्यों में उसे सफलता नहीं मिली। गुजरात में आप का खाता तो खुला लेकिन हिमाचल में उसके प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाये। हालांकि अभी एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम चुनावों में पहली बार जीत हासिल करते हुए बहुमत हासिल किया है।
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