Friday, December 26, 2025
HomeUncategorizedबिहार महिला आयोग में पहुँचा हैरान करने वाला मामला

बिहार महिला आयोग में पहुँचा हैरान करने वाला मामला

सात शादियाँ कर चुका निकला पति, दहेज के लिए की गई मारपीट और जानलेवा हमला

पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) बिहार राज्य महिला आयोग में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। पटना के अनीसाबाद की एक शिक्षित महिला ने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, धोखाधड़ी, और जान से मारने की कोशिश जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। महिला ने जो आपबीती सुनाई, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है।

सात महिलाओं से पहले कर चुका है शादी, फिर रचाई आठवीं शादी पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसका पति राकेश कुमार, जो कैमूर जिले के मोहनिया का निवासी है और फोटोस्टेट की दुकान चलाता है, उससे पहले सात महिलाओं से शादी कर चुका है। यह खुलासा तब हुआ जब पीड़िता ने राकेश के पुराने दस्तावेजों और स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाई।

शादी के दूसरे दिन ही शुरू हुआ यातना का सिलसिला पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 14 दिसंबर 2024 को धूमधाम से हुई थी। लेकिन शादी के अगले ही दिन जब वह ससुराल पहुँची, तो उसका स्वागत अपमान, क्रूरता और शोषण से किया गया। उसे तुरंत घर के कामों में झोंक दिया गया और बात-बात पर प्रताड़ित किया जाने लगा।

गहने और नकदी हड़पने का आरोप राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने बताया कि पीड़िता के पिता ने बेटी की शादी के लिए अपनी पुश्तैनी जमीन तक बेच दी थी। सात लाख रुपये के गहने और आठ लाख रुपये नकद राकेश के पिता को शादी खर्च के नाम पर दिए गए थे। विदाई के कुछ ही घंटों के भीतर पीड़िता के सारे गहने यह कहकर छीन लिए गए कि “चोरी का डर है।”

मारपीट कर घर से निकाला, बाहर से लगा दिया ताला शिकायत में कहा गया है कि अगली ही सुबह उसे बुरी तरह से पीटा गया और घर से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया। सबसे अमानवीय बात यह रही कि उसे घर के बाहर ताला लगाकर बंद कर दिया गया, ताकि वह अंदर न जा सके। इस दौरान उसे किसी ने पानी तक नहीं दिया।

आयोग में सुनवाई जारी, जल्द होगी कड़ी कार्रवाई महिला आयोग ने मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया है। आयोग अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और पीड़िता को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। आयोग ने पुलिस को भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

समाज को सोचने की ज़रूरत: इस मामले ने एक बार फिर दहेज और महिला उत्पीड़न की विकराल समस्या को सामने ला दिया है। एक शिक्षित महिला के साथ हुई इस तरह की हैवानियत न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि सामाजिक चेतना पर भी गंभीर सवाल उठाती है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments