Wednesday, December 10, 2025
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पांच फीट के रास्ते ने छीनी जिंदगी, गांव में पसरा मातम

खूनी जमीन विवाद में युवक की हत्या, पांच फीट के रास्ते ने उजाड़ दिया पूरा परिवार

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा) के भिटौली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भैसा में रविवार शाम एक ऐसा हृदय विदारक घटनाक्रम सामने आया, जिसने पूरे इलाके को दहला कर रख दिया। मात्र पांच फीट चौड़े रास्ते के विवाद ने एक युवक की जान ले ली और एक परिवार को हमेशा के लिए उजाड़ दिया। इस महाराजगंज हत्या कांड को लेकर पूरे गांव में तनाव और भय का माहौल है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक विनोद तिवारी और दूसरे पक्ष के बैजनाथ वर्मा के बीच काफी समय से रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों के घरों के बीच स्थित एक संकीर्ण रास्ता वर्षों से विवाद की जड़ बना हुआ था। मामला न्यायालय में भी लंबित था, लेकिन आए दिन कहासुनी और झगड़े होते रहते थे।

रविवार की देर शाम दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। पहले तीखी बहस हुई, फिर गाली-गलौज और अंततः मारपीट शुरू हो गई। इसी दौरान गुस्से में दूसरे पक्ष ने विनोद तिवारी पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमले में विनोद बुरी तरह घायल होकर वहीं गिर पड़े और खून से लथपथ हो गए।

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घटना की जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और तत्काल उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार, अस्पताल पहुंचने से पहले ही विनोद तिवारी की मौत हो चुकी थी।

इस महाराजगंज हत्या कांड की सूचना मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। तीन थानों की पुलिस फोर्स के साथ एडिशनल एसपी सिद्धार्थ मौके पर पहुंचे और गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।

एडिशनल एसपी सिद्धार्थ ने कहा कि, “फिलहाल गांव में स्थिति नियंत्रण में है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात हैं। दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”

यह घटना केवल एक हत्या नहीं, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि जब छोटे-छोटे विवाद संवाद और कानून की बजाय हिंसा का रूप ले लेते हैं, तो उनका परिणाम कितना भयावह हो सकता है। महाराजगंज हत्या कांड ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भूमि और रास्ते के विवादी मामलों का समय रहते समाधान न होना किस प्रकार बड़ी त्रासदी को जन्म दे सकता है।

गांव वालों की मानें तो विनोद तिवारी अपने परिवार का मुख्य सहारा था। उसकी मौत से पत्नी और बच्चों के सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को सहायता और न्याय दिलाने की मांग की है।

यह दर्दनाक वारदात न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक कड़वी सीख भी है कि विवादों का समाधान हिंसा नहीं बल्कि समझदारी और कानून के माध्यम से ही संभव है।

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