December 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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दिव्य कर्मयोगी सम्मान से लखनऊ में नवाजे गये मिथिलेश जायसवाल

लेखन पर्यावरण एवं गौरैया संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए मिला सम्मान

बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मटियारी चौराहे पर स्थित रजत कालेज आफ एजूकेशन एंड मैनेजमेंट कालेज के हाल में आयोजित दिव्य कर्मयोगी सम्मान 2024 जहाँ प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 51 दिव्यांगजनों को सम्मानित किया गया वही तहसील मिहींपुरवा के ग्राम पंचायत गुलरा के मजरा भज्जापुरवा गाँव निवासी दोनों पैरों से दिव्यांग मिथिलेश कुमार जायसवाल को लेखन पर्यावरण एवं गौरैया संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिव्य कर्मयोगी सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य आयोजक मुकेश मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार आधुनिक दौर पत्रिका एवं संयोजक दिव्यांग प्रकोष्ठ अवध क्षेत्र भाजपा के साथ ही सह आयोजक नेहा खरे, कार्यक्रम संयोजन लवली मिश्रा, शुरभि श्रीवास्तव ने मिथिलेश के कार्यों की सराहना की जहां सम्मान में प्रमाण पत्र मोमेंटो एवं अंगवस्त्र भेंट किया गया। ज्ञात हो कि मिथिलेश दोनों पैरों से दिव्यांग होते हुए भी लम्बे समय से लेखन पर्यावरण एवं गौरैया संरक्षण का कार्य बाखूबी कर रहे हैं। आपको बताते चलें की मिथिलेश को पूर्व में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य स्तरीय पुरुस्कार, पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के हाथों प्रकृति रत्न सम्मान, सासंद विधायक जिलाधिकारी सहित नेपाल द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। मिथिलेश जायसवाल ने बताया कि यह सम्मान मै अपने जनपद के साथ ही अपने शुभचिन्तको को समर्पित करता हूँ इसके साथ ही और भी बेहतर कार्य करने का प्रयास करुंगा। लखनऊ में आयोजित दिव्य कर्मयोगी सम्मान से मिथिलेश जायसवाल के साथ ही मूकबधिर बच्चों के लिए बहराइच में विद्यालय का संचालन करने वाली डॉ बलमीत कौर व उनकी मूकबधिर छात्रा अमिताशा सिन्हा, उर्रा निवासी पीडब्ल्यूडी बहराइच आफिस में कार्यरत मूकबधिर वरुण कुमार गुप्ता को भी सम्मानित किया गया,इस मौके पर काफी संख्या में समाजसेवी उपस्थित रहे।