उत्तर प्रदेश बार काउसलिंग ने लेटर जारी कर आदेश को किया निरस्त
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीवानी कचहरी में सुशील चन्द साहनी एडोकेट को बीते दिनों अध्यक्ष भानु प्रताप पांडेय द्वारा बार से निष्कासित कर दिया गया था, जिसपर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश बार काउंसलिंग के अध्यक्ष शिवकुमार गौंड ने हस्तक्षेप कर विराम लगा दिया। आपको बता दे की अनुशासनहीनता बार काउंसलिंग दीवानी कचहरी के अध्यक्ष भानु पांडेय ने सुशील चन्द साहनी को निलंबन की कार्रवाई प्रस्तुत किया था, जिस पर सुशील चन्द साहनी से और बार काउंसलिंग अध्यक्ष भानु पांडेय से बीते कई दिनों से आपसी प्रतिद्वंद्विता चल रही थी और प्रेस वार्ता भी किया गया था। आरोप प्रत्यारोप भी लगाया गया, लेकिन उत्तर प्रदेश बार काउंसलिंग के अध्यक्ष शिवकुमार गौंड ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सुशील चंद्र साहनी की बार काउंसलिंग सदस्यता बहाल करते हुए हो रहे दोनों लोगों के बीच में विवाद पर विराम लगा दिया। लेटर जारी करते हुए शिवकुमार गौंड अध्यक्ष उत्तर प्रदेश बार काउंसलिंग में कई मुद्दों पर अपना राय देते हुए बहाली का आदेश जारी किया है, साथ ही गोरखपुर बार अध्यक्ष भानु प्रताप पांडेय के करवाई को निरस्त घोषित कर दिया है।
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