गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। भारतीय विज्ञान अकादमी बंगलौर, भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी नई दिल्ली तथा राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी प्रयागराज के साझा ग्रीष्म शोध कार्यक्रम के लिए गोविवि के डॉ. अंबरीश कुमार श्रीवास्तव को मेंटर बनाया गया है। डॉ. श्रीवास्तव भौतिकी एवं रसायन विषय के छात्रों एवं शिक्षकों का मार्गदर्शन करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए बीएससी एवं एमएससी के छात्र तथा शिक्षक ही आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक अभ्यर्थी किसी भी विज्ञान अकादमी की वेबसाइट देख सकते हैं।
ज्ञात हो कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों की शोध अभिरुचि में वृद्धि करना एवं विकसित करना है। साथ ही अन्य संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों को शोध के लिए प्रेरित करना है। मुख्यतः यह जिम्मेदारी शोध संस्थानों एवं केंद्रीय विश्वविद्यालयों को दी जाती है। परन्तु गोविवि भी अब उसमें सम्मिलित है। कार्यक्रम में चुने गए छात्रों-शिक्षकों को अकादमी की तरफ से पूरी आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी प्रयागराज से युवा वैज्ञानिक पुरुस्कार प्राप्त डॉ. अम्बरीश भारतीय विज्ञान अकादमी बैंगलोर के एसोसिएट भी हैं। इनको यह जिम्मेदारी इसीलिए दी गई है। इनका शोध क्षेत्र बृहद होने की वजह से इन्हें दो विषयों में मेंटर बनाया गया है। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि इस कार्यक्रम में आवेदन की अंतिम तिथि 15 नवंबर है तथा इसका परिणाम अगले वर्ष फरवरी तक आएगा। डॉ. श्रीवास्तव को बधाई देते हुए कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि डॉ. अम्बरीश का शोध एवं उपलब्धियां विश्वविद्यालय को नई ऊंचाईयों पर ले जा रहा है। इससे विश्वविद्यालय की छवि विश्व पटल पर नित नए आयाम स्थापित कर रही है। इसका लाभ निश्चित रूप से विश्वविद्यालय को मिलेगा।
More Stories
स्वांग कर वर्षों पूर्व लापता हिन्दू युवक के घर घुसा विशेष समुदाय का युवक – हुआ गिरफ्तार
समावेशी संस्कृति से ही सशक्तिकरण संभव: कुलपति प्रो. पूनम टंडन
गोरखपुर विश्वविद्यालय और बी-स्कूल बुल्स के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर