Thursday, November 20, 2025
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कलियाँ जो हवा पानी धूप पाती हैं

समय के संघर्ष से जीत जीवन में
जो व्यक्ति तक़दीर बदल लेता है,
कल क्या होने वाला है उससे बेफ़िक्र
क़र्म करे वह इंसान सफल होता है।

वक्त का क्या मालूम कल क्या होगा,
शायद वक्त खुद तस्वीर बदल लेगा,
चिंता में आज की ख़ुशी मत छोड़ो,
कल आये या न आये किसने देखा।

इस दुनिया में आज का वक्त ऐसा है,
नक़ली फ़्लेवर से मीठा पेय बनता है,
असली निम्बू का रस फ़िंगर बाउल में,
उँगली धोने के लिये उपयोग होता है।

इस दुनिया पे भरोसा करने से पहले,
दुनिया को समझना बहुत ज़रूरी है,
हमारे जैसे व्यक्ति सरल स्वभाववश
दुनिया के लोगों का भरोसा करते हैं।

वफ़ादारी बहुत मुश्किल है जमाने में,
भरोसा टूटता, लोगों के बहकावे में,
कर्म की भाषा बात से अधिक साफ़ है,
साथ वो है जिसकी नियत साफ़ है।

विश्वास ही एक ऐसा गुण है जो
हमें आगे बढने की प्रेरणा देता है,
सदा अपनो, अपने आप एवं अपने
ईश्वर पर विश्वास रखना होता है।

आदित्य मंज़िल सही होती है जब,
इंसान को लक्ष्य मिलता ही है तब,
कलियाँ जो हवा पानी धूप पाती हैं,
वो खिलकर सुंदर पुष्प बन जाती हैं।

कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’

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