November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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चैत्र नवरात्र में मां दुर्गे का आगमन घोड़ा से तो होगा प्रस्थान हाथी पर

चैत्र नवरात्र 9 अप्रैल से 17 को होगा समापन

सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)। सनातन धर्म व संस्कृति का प्रमुख पर्व चैत्र नवरात्र इस बार 9 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल को इसका समापन होगा। उक्त बातें बताते हुए जयराम ब्रम्ह धाम के आचार्य अजय शुक्ल ने कहा कि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के प्रतिपदा तिथि से त्योहार की शुरुआत होती है।प्रतिपदा तिथि 8 अप्रैल को देर रात 11 बजकर 50 मिनट से शुरू होगी। यह तिथि 9 अप्रैल को संध्या काल 8 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगी।हिन्दू धर्म में उदया तिथि का मान है, इसलिए घटस्थापना 9 अप्रैल को होगा। घटस्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः 6बजकर 24 मिनट से लेकर 10 बजकर 28 बजे तक रहेगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त में अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग का अद्भुत का निर्माण हो रहा है।अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 3 मिनट से शुरू होगा जो कि 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। साथ ही अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग नौ अप्रैल को प्रातः 7 बजकर 32 मिनट से लेकर पूरे दिन रहेगा।यह घट पूरे नौ दिन स्थापित रहेगा। इस दिन स्नानादि के बाद पवित्र मन से जमीन पर साफ सफाई कर कलश में जल भरकर कलावा लपेटकर आम व अशोक के पत्ते रखकर ऊपर नारियल को लाल वस्त्र में लपेट कर पूजा स्थान पर रख दें।इसके बाद धूप दीप जलाकर माता जी का आह्वान विधि विधान के साथ कर पूजा अर्चना प्रारम्भ करें। माता जी का आगमन इस नवरात्र में घोड़ा पर हो रहा है जो शुभ फल देने वाला नही होता है, देश में प्राकृतिक आपदा व सत्ता परिवर्तन का योग बनता है लेकिन माता का प्रस्थान हाथी पर हो रहा है जो शुभ फल देने वाला होता है।