November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

नया भारत

पलप्रतीपल बदला भारत पल–पल में बदल रहा है परिवेश,

व्यवस्था बदल रहा जब खुद को अब हमें भी बदलना होगा,

विकृत मानसिकता त्याग दो प्यारे अब तुमको देश के संग–संग चलना होगा,

नए युग का नया भारत नित–नित भरता नव उड़ान

यह भारत अब है मोदी जी के सपनो का भारत
जहां होगा हर चेहरे पर निर्भय मुस्कान

समझ लो देश से रक्खे जो यारी उनसे देश को बैर नहीं,

खुद अपनों से भी जो नहीं करते खुद्दारी उनकी अब देश में खैर नहीं ,

कानून सम्मत राज चल रहा है सब पर कानून का पालन कर लो,

नहीं माने तो ऐसा करने वालों की अब खैर नहीं,

देश से जो रक्खे यारी उनसे देश को बैर नहीं।

सड़कों पर न उतरना करने दंगा वरना दंगा फैलाने पर बचने वाले अब किसी के पैर नहीं ,

जो देश से रक्खे यारी उनसे देश को बैर नहीं।

पत्रकार/कवि/ समाज सेवी/
बृजेश मिश्र/ भाटपार रानी/
बनकटा देवरिया उत्तर प्रदेश