श्रीदत्तगंज,बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा) बीते दिनों से रूक-रूक कर हो रही बेमौसम बरसात ने जहां खेतों में तैयार खड़ी सरसो की फसल को नुकसान पहुंचाया वहीं ईंट भट्ठा व्यवसाईंयों को भारी नुकसान पहुंचाया है।बेमौसम बारिश में क्षेत्र के अन्तर्गत आर्थिक संकट से जूझ रहे ईंट भट्ठा कारोबारी की कमर तोड़कर रख दी है।पिछले दिनों से हो रही बरसात में कच्ची ईंट गलकर बरबाद हो गई है।
श्रीदत्तगंज क्षेत्र के अन्तर्गत गोमड़ी,चमरूपुर,महदेइया कोल्ही विनोहनी,आदि दर्जनों से अधिक गांवों में ईंट भट्ठा संचालित है।ईंट भट्ठों पर लाखों की संख्या में कच्ची ईंटों को खुले आसमान के नीचे सूखने के लिए रखा जाता है। जिन्हें सूखने के बाद ईंट भट्ठों के अंदर डालकर कोयला,लकड़ी आदि ईंधनों का प्रयोग कर पकाया जाता है उसके बाद बिक्री की जाती है।बीते शुक्रवार से लगातार हो रही रूक रूक कर बेमौसम बरसात ने फड़ में पथी कच्ची ईंटों को बर्बाद कर दिया।ईंट कारोबारी की माने तो बीते दिनों से हुई बरसात से भट्ठों पर पकाने के लिए रक्खी कच्ची ईंट गलकर खराब हो गई है।ईंट व्यवसाइयों ने बताया कि बरसात होने के चलते ईंट भट्ठों पर पांच से दस लाख रूपए का नुकसान हुआ है।लाखों की संख्या में कच्ची ईंटें बारिश की भेंट चढ़ गई है।ईंट भट्ठा कारोबारी किशोर यादव,ध्रुव कुमार , पवन ब्रिक आदि ने बताया कि उनके ईंट भट्ठों पर कच्ची ईंटों की पथाई का कार्य तेजी से चल रहा था,फड़ पर तैयार कच्ची ईट सूखने के लिए रखा गया था जो बे मौसम बरसात ने बर्बाद कर दिया है।
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